Famous Travel Destinations of Amritsar: हिमालयन स्टेट्स से सटे पंजाब में घूमने की कई शानदार लोकेशन्स मौजूद हैं. वहीं, अमृतसर को पंजाब के मशहूर शहरों में गिना जाता है, जिसके चलते पंजाब के सफर में अमृतसर (Amritsar) को एक्सप्लोर करना जरूरी हो जाता है. ऐसे में अगर आप पंजाब की ट्रिप के दौरान अमृतसर जाने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ खूबसूरत जगहों की सैर करना आपके लिए बेस्ट हो सकता है.
पंजाब के पवित्र शहरों में शुमार अमृतसर को देश की सांस्कृतिक धरोहर माना जाता है. पंजाब के इतिहास का बेहतरीन नमूना भी अमृतसर में ही देखने को मिलता है. आइए हम आपको बताते हैं, अमृतसर में घूमने की कुछ शानदार जगहों के बारे में, जिन्हें एक्सप्लोर करके आप पंजाब के कल्चर और हिस्ट्री को नजदीक से निहार सकते हैं.
गोल्डन टेंपल
अमृतसर में स्थित गोल्डन टेंपल यानी स्वर्ण मंदिर को हरमिंदर साहिब के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर को गुरु रामदास ने बनवाया था. मंदिर परिसर में पवित्र सरोवर भी मौजूद है, जिसके बीच में खूबसूरत स्वर्ण मंदिर का निर्माण किया गया है. वहीं, स्वर्ण मंदिर में फ्री लंगर सेवा भी उपलब्ध रहती है.
जलियांवाला बाग
अमृतसर में स्थित जलियांवाला बाग अंग्रेजी हुकूमत की क्रूरता का गवाह है. इस जगह पर 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी मनाने के दौरान ब्रिटिश गवर्नर जनरल डायर ने भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग करके हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. ऐसे में जलियांवाला बाग का रुख करके आप देश के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं.
वाघा बर्डर
अमृतसर की सैर के दौरान आप भारत पाकिस्तान सीमा का भी दीदार कर सकते हैं. दरअसल अमृतसर से लाहौर को जोड़ने वाली सड़क ग्रैंड ट्रंक रोड पर वाघा गांव मौजूद है. इस गांव से भारत और पाकिस्तान की सीमा गुजरती है. वहीं वाघा बॉर्डर पर्यटकों के लिए भी खुला रहता है. खासकर शाम के समय इस बॉर्डर पर दोनों देशों की सेनाएं बीटिंग रिट्रीट भी परफॉर्म करती हैं.
गोबिंदगढ़ फोर्ट
अमृतसर में स्थित गोविंदगढ़ फोर्ट का निर्माण महाराज रणजीत सिंह ने 17वीं शताब्दी में करवाया था. ईंट और चूने से निर्मित इसी किले से जनरल डायर ने 13 अप्रैल को जलियावाला बाग का रुख किया था. वहीं किले के अंदर एक गुप्त सुरंग भी मौजूद है. जो इस किले को लाहौर से जोड़ती है.
दुर्गियाना टेंपल
अमृतसर का दुर्गियाना मंदिर गोल्डन टेंपल से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. 1908 में हरसई मल कपूर द्वारा निर्मित ये मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है. वहीं दुर्गियाना मंदिर में आप लक्ष्मी नारायण, शीतला माता और हनुमान जी के भी दर्शन कर सकते हैं.