विदेश
रूस के करीब जाने की कोशिश कर रहे इमरान खान को पुतिन ने दिया कश्मीर पर बड़ा झटका,कहा- नीति में कोई बदलाव नहीं आया है
कश्मीर के मामले को लेकर चीन अकसर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की तरफदारी करने की कोशिश करता है। वहीं पाकिस्तान अब रूस से भी नजदीकी बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।

कश्मीर के मामले को लेकर चीन अकसर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की तरफदारी करने की कोशिश करता है। वहीं पाकिस्तान अब रूस से भी नजदीकी बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। वह चाहता है कि कश्मीर के मामले में रूस दखल दे लेकिन व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट कर दिया कि कश्मीर के मामले में उनकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि दो देशों के बीच किसी विवाद में वह हस्तक्षेप नहीं करना चाहते। रविवार को रूस की सरकार ने बयान जारी करके कहा कि किसी भी विवाद का हल समझौते से ही निकल सकता है। 1972 के शिमला पैक्ट और 1999 के लाहौर डेक्लेरेशन को आधार बनाकर बातचीत होनी चाहिए।
भारत-पाक को द्विपक्षीय मुद्दा बताता है रूस
बता दें कि रूस ने अमेरिका से निपटने के लिए चीन के साथ वैश्विक रणनीति बना रहा है। यूक्रेन क्राइसिस के मामले में भी रूस और चीन के बीच अच्छा तालमेल देखने को मिला। लेकिन बात जब कश्मीर की आती है तो रूस हमेशा अपनी पुरानी नीतियों का ही हवाला देता है। उसका कहना है कि जो भी समाधान निकलेगा, दोनों देशों की बातचीत से ही निकलेगा। किसी का दखल देना ठीक नहीं होगा। कश्मीर पर रूस की स्थिति को स्पष्ट करते हुए सरकार ने कहा, रूस की नीतियों में कोई परिवर्तन नहीं है और किसी के भी द्विपक्षीय मुद्दे में रूस हस्तक्षेप नहीं करेगा। यह भारत और पाकिस्तान के बीच ही हल हो सकता है।’ ‘संडे’ में छपे बयान में यह भी स्पष्ट किया कि किसी के पक्ष में कोई बात नहीं की जा रही है। किसी भी प्रोफेशनल मीडिया संस्थान से उम्मीद की जाएगी कि वह सही बात कहे।रूस का यह बयान भी ऐसे समय में आया है जब इमरान खान अगले महीने रूस जाने की योजना बना रहे हैं। पाकिस्तान चाहता है कि रूस कश्मीर के मामले में मध्यस्थता करे लेकिन रूस हमेशा से दखल देने से इनकार करता रहा है।