कैंसर सर्जरी में काटकर निकाला गया लिवर का 22% हिस्सा, दीपिका कक्कड़ का छलका दर्द, ट्यूमर-पथरी साथ देख चौंके डॉक्टर

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कैंसर सर्जरी में काटकर निकाला गया लिवर का 22% हिस्सा, दीपिका कक्कड़ का छलका दर्द, ट्यूमर-पथरी साथ देख चौंके डॉक्टर

ससुराल सिमर का’ फेम दीपिका कक्कड़ इब्राहिम टीवी इंडस्ट्री का जाना-माना नाम रही हैं, लेकिन लंबे समय वह छोटे पर्दे से गायब चल रही हैं। हालांकि, अब भी वह अपने यूट्यूब चैनल के जरिए अपने फैंस से जुड़ी हुई हैं। कुछ महीने पहले दीपिका ने खुलासा किया था वह लिवर कैंसर की चपेट में हैं और इस खबर ने उनके फैंस को भी निराश कर दिया था। हालांकि, लिवर कैंसर से अपनी जंग दीपिका ने पूरी बहादुरी से लड़ी और फैंस को समय-समय पर अपना हेल्थ अपडेट भी देती रहीं। अब दीपिका कक्कड़ ने हर्ष लिंबाचिया और भारती सिंह के पॉडकास्ट में कैंसर से अपनी जंग के बारे में खुलकर बात की और बताया कि कैसे उनका परिवार अब भी टेंशन में रहता है कि कहीं उनका कैंसर वापस ना आ जाए।

दीपिका फिर कराएंगी FAPI स्कैन

दीपिका ने हर्ष और भारती से बात करते हुए बताया कि उनका परिवार अब नए स्कैन का इंतजार कर रहा है, जिससे पता चलेगा कि वह कैंसर फ्री हैं या नहीं। उन्होंने अपनी सेहत के बारे में बात करते हुए कहा- ‘जल्दी ही मैं एक और FAPI स्कैन कराऊंगी, ये सीटी स्कैन जैसा ही होता है। लेकिन, इसका इस्तेमाल खासतौर पर शरीर में कैंसर कोशिकाओं का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस स्कैन के जरिए डॉक्टर्स को इलाज शुरू करने या फिर सर्जरी करने में मदद मिलती है। ये पता चलता है कि कैंसर कितनी दूर तक फैला है। जहां तक मेरी बात है, तो सबसे अच्छी बात ये है कि कैंसर ट्यूमर तक ही सीमित था।’

लिवर का 22 प्रतिशत हिस्सा काटकर अलग कर दिया गया दीपिका कक्कड़ आगे कहती हैं- ‘जब पिछला FAPI स्कैन कराया गया था तो शरीर में कहीं भी कैंसर कोशिकाएं नहीं पाई गईं। मेरे लिवर का 22 प्रतिशत हिस्सा, जिसमें 11 सेंटीमीटर का ट्यूमर शामिल था, निकालकर अलग कर दिया गया। इसी के साथ सारा कैंसर भी निकालकर अलग कर दिया गया। इसके बाद से हम नियमित रूप से ब्लड और ट्यूमर मार्कर टेस्ट के जरिए मेरी हेल्थ पर नजर रख रहे हैं और शुक्र है कि रिजल्ट भी सामान्य आ रहे हैं।’

ओरल टार्गेटेड थेरेपी ले रही हैं दीपिका

दीपिका कक्कड़ ने इसी दौरान अपनी ओरल टार्गेटेड थैरिपी के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा- ‘मैं अभी ओरल टार्गेटेड थैरिपी ले रही हूं, जो कुछ हद तक कीमोथैरिपी की ही तरह काम करती है। ये थैरेपी लगभग 2 साल तक चलेगी, इस दौरान हमें ये सुनिश्चित करना है कि ये बीमारी दोबारा ना हो। इसलिए समय-समय पर स्कैन जरूरी है। मेरी हेल्दी लाइफस्टाइल के बावजूद ये हुआ। डॉक्टर भी मेरी रिपोर्ट देखकर हैरान थे। उन्होंने कहा कि इतने साल के अनुभव के बावजूद उन्हें ये समझ नहीं आया कि आखिर मेरे साथ ये कैसे हुआ।’

पथरी के साथ-साथ ट्यूमर देख चौंके डॉक्टर

दीपिका आगे कहती हैं- ‘मुझे रुहान के जन्म के बाद अक्सर तेज दर्द होता था। पहले लगा, गॉल ब्लैडर का दर्द है। लेकिन, फिर दर्द असहनीय हो गया, तो मैंने शोएब को बताया कि कुछ गड़बड़ है क्योंकि बहुत तेज दर्द है। डॉक्टर ने मुझे ब्लड टेस्ट कराने को कहा, मैंने कराए। लेकिन, दवा शुरू करने के 4 दिन बाद फिर दर्द शुरू हो गया। मेरे डॉक्टर ने एक दिन मुझे मिलने के लिए बुलाया और फिर सीआरपी नाम का टेस्ट किया। जांच में पता चला कि पित्ताशय में पथरी के साथ-साथ 9 सेंटीमीटर का ट्यूमर भी है।

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