बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा की जेल में कैद माफिया मुख्तार अंसारी का बीते दिनों निधन हो गया। मुख्तार की मौत का कारण कार्डिक अरेस्ट (दिल का दौरा) बताया गया। हालांकि मुख्तार के परिजन की तरफ से जहर देकर मारे जाने का संगीन आरोप लगाया है। जानकारी के मुताबिक अब जेल में बंद कैदियों में भी डर का माहौल है।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पेशी पर आए कैदियों ने बताया कि जेल में सुबह और शाम पुलिस का फ्लैग मार्च हो रहा है। जेल के अंदर सख्ती बढ़ा दी गई है। एक-दूसरे से अधिक बात करने और बैरक के अंदर आवाजाही को लेकर नियम कड़े कर दिए गए हैं। जेल के माहौल में सन्नाटा छाया हुआ है। हालांकि जेल अधिकारियों की तरफ से इन सभी बातों को खारिज किया गया है।
‘जहर के आरोप के बाद से खौफ?’
रिपोर्ट्स के मुताबिक बंदियों में मुख्तार की मौत के बाद से खौफ है। खाने में जहर देकर मारे जाने के आरोप के बाद से कई कैदी खाने से डर रहे हैं। सब्जी और दाल की बजाय कच्चे टमाटर में नमक डालकर रोटियां खा रहे हैं। यहां तक कि खौफ का आलम यह है कि बंदी ना तो हंस-बोल रहे हैं और ना ही टेलीविजन देख रहे हैं।
हार्ट अटैक से हो गई मुख्तार की मौत
गौरतलब है कि बीते करीब ढाई साल से बांदा की जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हो गई। गुरुवार की शाम जेल में तबीयत बिगड़ने पर अंसारी को रात में मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कराया गया। वहां रात 10 बजे के करीब मुख्तार की मौत हो गई। इस घटना से 2 दिन पहले भी मुख्तार की तबीयत खराब होने पर अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। परिवार ने इसके पीछे षड्यंत्र करार दिया है।