अप्रैल के पहले सप्ताह में ही तीखी धूप जनजीवन को प्रभावित करने लगी है। 5 अप्रैल को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रहा। 6 अप्रैल को 42 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचने का अनुमान है। एएमयू के भूगोल विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अहमद मुज्तबा सिद्दीकी ने बताया कि 8 अप्रैल तक पारा 42 के पार रहेगा। लू के थपेड़े भी लोगों को बेचैन करेंगे।
5 अप्रैल को दोपहर की तपिश ने हर किसी को बेचैन कर दिया। स्थिति यह थी हर वक्त गुलजार रहने वाला सिविल लाइंस, घंटाघर, रामघाट रोड और सेंट्रल प्वाइंट पर सन्नाटा सा दिखा। वहीं बढ़ते तापमान को देखते हुए जेएन मेडिकल कॉलेज ने गर्मी से जुड़ी बीमारियों से निपटने की तैयारी कर ली है। मेडिसिन विभाग द्वारा वार्ड-11 को हीट स्ट्रोक वार्ड बनाया गया है। यहां पर हीट स्ट्रोक और हाइपोथर्मिया का उपचार किया जाएगा।
प्राचार्य प्रो. मोहम्मद हबीब रजा ने बताया कि गर्मी से जुड़ी बीमारियों को देखते हुए तैयारी बेहद जरूरी है। मेडिकल अधीक्षक प्रो. सैयद अमजद अली रिजवी और डॉ. मोहम्मद साकिब आलम ने हाइपोथर्मिया व हीट स्ट्रोक की पहचान और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी।