नई दिल्ली। संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एनडीए सरकार के गठन के बाद अपना पहला अभिभाषण दिया। राष्ट्रपति ने संसद में कहा कि पूरी दुनिया में भारत के लोकसभा चुनाव की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि ये 18वीं लोकसभा भारत की नई ऊंचाई की गाथा लिखेगी।
NEET पेपर लीक की होगी जांच
वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पेपर लीक को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार पेपर लीक की निष्पक्ष जांच करेगी। पेपर लीक मामले की जांच को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि संसद ने पेपर लीक कानून भी बनाया है और पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। पेपर लीक और परीक्षाओं में अनियमितताओं के मामलों की उच्च स्तर पर जांच की जा रही है, दलगत राजनीति से ऊपर उठने की जरूरत है। सरकारी भर्तियों और परीक्षाओं में शुचिता और पारदर्शिता जरूरी है।
वहीं, अपने भाषण में द्रौपदी मुर्मु ने कांग्रेस शासन में लगाई गई इमरजेंसी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि 25 जून, 1975 को पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ था। इमरजेंसी संविधान पर सबसे बड़ा हमला थी। राष्ट्रपति ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत के लोकसभा चुनाव की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि ये लोकसभा भारत की नई ऊंचाई की गाथा लिखेगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत के प्रति दुनिया का नजरिया अब बदल चुका है। उन्होंने कहा कि इसे हमने इटली में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन में भी देखा है। भारत ने G20 की अध्यक्षता के दौरान दुनिया को कई मुद्दों पर एकजुट किया है। भारत की अध्यक्षता के दौरान ही अफ्रीकी संघ को G20 का 27वां सदस्य बनाया गया है। इससे अफ्रीकी महाद्वीप के साथ-साथ पूरे ग्लोबल साउथ का विश्वास मजबूत हुआ है।
युवाओं को खेलों में भी नए अवसर मिल रहे
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि आज हमारे युवाओं को खेलों में भी नए अवसर मिल रहे हैं। मेरी सरकार के प्रभावी प्रयासों के परिणामस्वरूप भारत के युवा एथलीट अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर रिकॉर्ड संख्या में पदक जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में पेरिस ओलंपिक शुरू होने वाला है, हमें भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी एथलीटों पर गर्व है। मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देती हूं।
राष्ट्रपति मुर्मु ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकाल संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा और काला अध्याय था। उन्होंने इसकी कड़ी निंदा की।
10 वर्षों में 25 करोड़ भारतीय गरीबी से बाहर आए
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकारी योजनाओं की वजह से ही पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ भारतीय गरीबी से बाहर आए हैं। मुर्मु ने आगे कि मेरी सरकार दिव्यांग भाई-बहनों के लिए किफायती और स्वदेशी सहायक उपकरण विकसित कर रही है।
मेरी सरकार श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को एकीकृत कर रही है। डिजिटल इंडिया और डाकघरों के नेटवर्क का उपयोग करके दुर्घटना और जीवन बीमा का कवरेज बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है।