नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज दावा किया कि अध्यक्ष ओम बिरला जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले तो झुककर अभिवादन किया, लेकिन उनसे सीधे खड़े होकर हाथ मिलाया, इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह संस्कारों और संस्कृति का पालन करते हैं।
राहुल गांधी ने लोकसभा में क्या कहा?
राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में हो रही चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष के निर्वाचन के दिन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मैंने एक चीज महसूस की। जब मैंने आपसे हाथ मिलाया तो आप सीधे खड़े रहे और मुझसे हाथ मिलाया। जब मोदीजी ने आपसे हाथ मिलाया तो आपने झुककर उनसे हाथ मिलाया।’’ इस पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने कहा कि यह आसन का अपमान है।
राहुल के टिप्पणी पर ओम बिरला ने दिया ये जवाब
बिरला ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री सदन के नेता हैं। सार्वजनिक जीवन में और व्यक्तिगत जीवन में हमारे संस्कार हैं कि अपने से किसी बड़े से मिलें तो झुककर सम्मान करें, वहीं अपने समान लोगों या उम्र में छोटे लोगों से बराबर से मिलें। मैं इस संस्कृति और संस्कारों का पालन करता हूं।’’ ‘‘यह बात मैं आसन से कह सकता हूं। मेरी संस्कृति है कि बड़ों का झुककर सम्मान करें और जरूरत पड़े तो पैर भी छूएं।’’
राहुल ने स्पीकर से किया सवाल
राहुल गांधी ने अध्यक्ष बिरला से कहा कि वह उनकी बात का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इस सदन में आपसे बड़ा कोई नहीं है। यहां आपकी बात आखिरी बात होती है।
आप जो कहते हैं, वह भारतीय लोकतंत्र को परिभाषित करता है। इस आसन पर दो लोग बैठे हैं। लोकसभा के अध्यक्ष और श्रीमान ओम बिरला।’’ ‘‘सभी को आपका सम्मान करना चाहिए। मैं आपके सामने झुकूंगा और सारा विपक्ष आपके सामने झुकेगा।’’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि अध्यक्ष लोकसभा के संरक्षक और ‘अंतिम शब्द’ होते हैं। गांधी ने कहा, “लोकसभा के सदस्य के रूप में हम अध्यक्ष के अधीन हैं। आप जो कहेंगे, हम सुनेंगे… लेकिन मैं केवल एक ही बात का अनुरोध करूंगा कि सदन में निष्पक्षता होना महत्वपूर्ण है।”