बदायूं में अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड के निदेशक शशिकांत मौर्य व सौ अन्य लोगों के खिलाफ रविवार को रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। मामले की जांच के लिए एसएसपी ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की है। वहीं, मीरा सराय स्थित कंपनी के दफ्तर पर रविवार को भी ताला लटका रहा। कई निवेशक मायूस होकर लौट गए। उनका कहना है कि न तो एजेंट फोन उठा रहे हैं, न ही कोई जिम्मेदार व्यक्ति सामने आ रहा है।
एसएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि थाना कोतवाली में बीएनएस की धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। निवेशकों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
20 हजार से अधिक लोगों ने जमा की थी रकम
करीब 30 साल से अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड एजेंटों के माध्यम से लोगों को मोटे मुनाफे का झांसा देकर एफडी और आरडी के नाम पर रुपये जमा कराती आ रही है। यहां करीब 20 हजार से अधिक ग्राहक ऐसे हैं जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई जोड़कर पैसे जमा किए। उन्हें उम्मीद थी कि पांच साल में रकम दोगुनी हो जाएगी।
कई लोगों को एक साल पहले ही भुगतान हो जाना चाहिए था लेकिन कंपनी एक साल से ग्राहकों को आज कल करके टालती आ रही है। कंपनी के गेट पर एक नोटिस चस्पा किया गया है। उस पर लिखा है कि ऑफिस खुला है। अब सवाल यह उठता है कि अगर सब कुछ सामान्य है तो लगातार दो दिन से ऑफिस बंद क्यों है।
इन धाराओं में मामला दर्ज
बीएनएस की धारा 318 (4), 316 (2), 338, 336 (3),340 (2), 352, 351 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसआईटी में कौन-कौन
एसआईटी में एसपी सिटी विजेंद्र द्विवेदी, सीओ सिटी रजनीश उपाध्याय और सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह को शामिल किया गया है। एसएसपी ने कहा है कि जांच के साथ और मामले दर्ज होंगे।