मॉस्को: रूस और यूक्रेन में युद्ध पहले से अधिक तेज होने के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी समकक्ष व्लादिमिर पुतिन के बीच सीक्रेट मीटिंग फिक्स कर दी गई है। मगर यह मीटिंग कब, कैसे और कहां होगी…इस बारे में सभी जानकारियां क्रेमलिन और ह्वाइट हाउस की तरफ से पूरी तरह गुप्त रखी गई हैं। क्रेमलिन ने गुरुवार को सिर्फ इतना बताया कि राष्ट्रपति पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच आने वाले दिनों में एक बैठक पर सहमति बन गई है। मगर अभी जगह और तारीख नहीं बताई जाएगी।
क्या यूक्रेन के होंगे टुकड़े
डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही लगातार रूस-यूक्रेन में युद्ध विराम समझौता कराने का दबाव दोनों पक्षों पर डालते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक वह किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं। युद्ध विराम को लेकर एक बार ह्वाइट हाउस में ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच फरवरी में तीखी बहस भी हो चुकी है। अमेरिकी शर्तों पर न तो यूक्रेन युद्ध विराम के लिए तैयार है और न ही रूस। रूस का इरादा यूक्रेन पर किए गए कब्जे वाले क्षेत्रों को मॉस्को में विलय कराना है, तो वहीं यूक्रेन अपने खोए हुए हिस्से पर फिर से नियंत्रण चाहता है। अब ट्रंप और पुतिन के बीच बैठक के बाद देखना ये होगा कि रूस अपने सोवियत संघ के एजेंडे को आगे बढ़ा पाता है या रूस अपनी खोई जमीन वापस हासिल कर पाता है या फिर उसके टुकड़े होते हैं?
कहां होगी पुतिन और ट्रंप की मुलाकात
पुतिन के विदेशी मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने बताया कि दोनों पक्ष बैठक की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं और बैठक का स्थान तय कर लिया गया है। मगर इसे बाद में सार्वजनिक किया जाएगा। बता दें कि पुतिन और ट्रंप के बीच यह बैठक इस वर्ष ट्रंप के दोबारा पदभार संभालने के बाद पहली बार होगी। दोनों नेताओं के बीच होने वाली यह सीक्रेट मीटिंग 3 साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकता है। हालांकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि यह बैठक संघर्ष को समाप्त करने में मदद करेगी, क्योंकि रूस और यूक्रेन की मांगों में अब भी गहरा अंतर है।
जेलेंस्की को नहीं पता, दुनिया में हलचलें तेज
इस बैठक के बारे में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी नहीं बताया गया है। जेलेंस्की की आरंभ से ही मांग रही है कि रूस और अमेरिका के बीच यूक्रेन के मुद्दे पर होने वाली किसी भी बैठक को उनकी गैर-मौजूदगी में नहीं किया जाए। मगर क्रेमलिन के अनुसार यह बैठक सिर्फ दो पक्षों यानि रूस और अमेरिका के बीच ही होगी। दुनिया के अन्य देशों की भी इस बैठक पर पैनी नजर होगी। ट्रंप कई बार रूस को यूक्रेन के साथ युद्ध विराम नहीं करने पर धमकी दे चुके हैं।