बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) एक बार फिर रेलवे ट्रैक के बीच में 70 मीटर लंबा सोलर पैनल सिस्टम लगाएगा। यह काम दो महीने के अंदर पूरा होगा। इससे पहले भी 70 मीटर सोलर पैनल लगाया गया था।
बनारस लोकोमोटिव वर्क्स ने रेलवे ट्रैक के बीच में भारत का पहला रिमूवेबल सोलर पैनल सिस्टम स्थापित किया है जो ग्रीन और टिकाऊ रेल परिवहन की दिशा में एक बड़ा कदम है। बरेका के जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि ट्रैक के बीच में लगे सोलर पैनल से बिजली बनने लगेगी तो, बाहर से बिजली की आपूर्ति कम हो जाएगी। इससे बचत होगी। रेलवे आत्मनिर्भर बनेगा।
70 मीटर नए रेलवे ट्रैक पर सोलर पैनल लगाने की योजना पर काम चल रहा है। सोलर पैनल खास तरीके से बनाए गए हैं। रबर पैड और एपॉक्सी एडहेसिव की मदद से इन्हें ट्रैक के बीच में फिट किया गया है। जरूरत पड़ी तो इसे 90 मिनट में हटाया जा सकेगा। 90 मिनट में ही लगाया जा सकता है। रेलवे ट्रैक का मेंटनेंस भी होता है इसलिए पैनल को रिमूवेबल बनाया गया है। हर पैनल का साइज लगभग 2.2 मीटर गुणा 1.1 मीटर है। वजन करीब 32 किलोग्राम है।
कार्बन उत्सर्जन को कम करेगा यह प्रयोग
जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि बरेका का यह प्रयोग न केवल पैसे की बचत करेगा, बल्कि पर्यावरण को भी देखते हुए काफी फायदेमंद साबित होगा। इसके साथ ही सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन कार्बन उत्सर्जन को कम करेगा और रेलवे को और अधिक ग्रीन बनाएगा