चंदौली शहर के लाठ नंबर दो में पिछले 20 दिनों से एक बंदर के उत्पात से लोग परेशान है। 20 दिनों में बंदर ने 30 लोगों को काटकर जख्मी किया है। इसमें सबसे ज्यादा बच्चे हैं। कोचिंग में पढ़ने जाने वाले बच्चों के सिर पर बंदर बैठ जाता है। उन्हे काट भी लेता है। बंदर की वजह से एक कोचिंग संचालक ने कोचिंग सेंटर को बंद कर दिया है।
बंदर के भय से महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती है। बंदर लोगों को काटने और कपड़े फाड़ने के साथ ही सामान भी बर्बाद कर दे रहा है। हैरान करने की बात तो ये है कि नगर पालिका के पास बंदर पकड़ने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। नगरपालिका प्रशासन मथुरा की बंदर पकड़ने वाली संस्था से बंदर को पकड़ने का आग्रह किया। संस्था ने एक बंदर को पकड़ने से मना कर दिया।
बंदर ने लाठ नंबर दो के अभिषेक, शिवम, दीपक, स्नेहा, राधा, हर्ष, सियाराम, आरती सहित 30 के करीब लोगों को काटकर जख्मी किया है।
किसी को पेट पर तो किसी को गर्दन पर काटा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चों पर बंदर हमला कर दे रहा है। बंदर के दहशत के चलते क्षेत्र में एक कोचिंग सेंटर बंद कर दिया गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस समस्या की शिकायत कई बार नगर पालिका से की गई, लेकिन पालिका ने हाथ खड़े कर दिए। अधिकारियों का कहना है कि उनके पास बंदर पकड़ने के उपकरण ही नहीं हैं। सिर्फ एक बंदर को पकड़ने के लिए बाहर से विशेषज्ञ भी नहीं बुला सकते हैं। मथुरा की संस्था के लोगों का कहना है कि क्षेत्र में 50 बंदर होंगे तो ही टीम बंदर पकड़ने चंदौली आएगी।