हवाला व साइबर ठगी की रकम ठिकाने लगाने के लिए बरेली जिले में रिक्शावालों, फल विक्रेताओं, ग्रामीणों के खाते खुलवाकर उन्हें मामूली कमीशन देने का धंधा जोरों पर है। प्रेमनगर में पकड़े गए गिरोह में शामिल आरोपियों को जेल भेजने के बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है। बैंक खाते में हवाला के करोड़ों रुपये आने के मामले में आरोपियों से मिले साक्ष्य को आधार बनाकर पुलिस विवेचना को आगे बढ़ाएगी।
मामले में परतापुर चौधरी निवासी मुशर्रफ, किला के चौधरी तालाब निवासी अब्दुल रज्जाक, शिवम गोस्वामी, सीबीगंज के जौहरपुर निवासी निशांत श्रीवास्तव को जेल भेजा जा चुका है, जबकि चौधरी तालाब निवासी हामिद, बानखाना निवासी मोहित और बदायूं निवासी जीशान की तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक, पूरा गिरोह हवाला कारोबार और साइबर ठगी के धंधे से जुड़े लोगों के संपर्क में था। साइबर ठगी और हवाला की रकम को एक नंबर करने के लिए गिरोह के लोग आम लोगों के खाते खुलवाते थे। उन्हें मामूली कमीशन देकर खुद खातों का संचालन करते थे।
इन खातों में ठगी और हवाला की रकम को ट्रांसफर किया जाता था। चूंकि खातों का संचालन पहले ही गिरोह के लोग ठगों को सौंप देते थे, तो वह खातों से रकम निकाल लेते थे। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि गिरोह के लोगों ने कितने खाते खुलवाए हैं।