वाशिंगटन: अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज पर तैनात एक लड़ाकू विमान और एक हेलीकॉप्टर, दोनों ही 30 मिनट के अंतराल पर दक्षिण चीन सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। नौसेना के प्रशांत बेड़े ने इस हादसे के बारे में जानकारी दी है। बेड़े ने एक बयान में कहा कि एमएच-60आर सी हॉक हेलीकॉप्टर के चालक दल के 3 सदस्यों को रविवार दोपहर बचा लिया गया है। इसके अलावा यह भी बताया गया कि एफ/ए-18एफ सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमान में सवार 2 पायलट विमान से बाहर निकलने में कामयाब रहे जिन्हें भी सुरक्षित बचा लिया गया है। बयान में कहा गया है कि दोनों दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
डोनाल्ड ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया
अमेरिकी विमानवाहक पोत पर हुए हादसे को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को टोक्यों जाते समय एयर फोर्स वन विमान में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ये घटनाएं ‘खराब ईंधन’ के कारण हुई हो सकती हैं। उन्होंने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया और कहा कि ‘छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।’
अंतिम तैनाती पर है यूएसएस निमित्ज
यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा वाणिज्यिक जहाजों पर हमलों के जवाब में अमेरिका की प्रतिक्रिया के तहत गर्मियों के अधिकांश समय पश्चिम एशिया में तैनात रहने के बाद, यूएसएस निमित्ज वाशिंगटन राज्य में नौसेना के बेस किट्सैप में अपने गृह बंदरगाह पर लौट रहा है। यह वाहक सेवामुक्त होने से पहले अपनी अंतिम तैनाती पर है।
पहले भी हुए हैं हादसे
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, एक अन्य विमानवाहक पोत, यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन, हाल के महीनों में पश्चिम एशिया में तैनात रहने के दौरान कई दुर्घटनाओं का शिकार हुआ है। दिसंबर में, निर्देशित मिसाइल क्रूजर यूएसएस गेटिसबर्ग ने गलती से ट्रूमैन के एक एफ/ए-18 जेट को मार गिराया था। फिर, अप्रैल में, एक और एफ/ए-18 लड़ाकू विमान ट्रूमैन के हैंगर डेक से फिसलकर लाल सागर में गिर गया था। इनमें से किसी भी दुर्घटना में किसी भी कर्मी की मौत नहीं हुई थी। इन घटनाओं की जांच के परिणाम अभी तक जारी नहीं किए गए हैं।

