लखनऊ के माल थाना क्षेत्र के बसखारी गांव से चकई जाने वाले मार्ग पर सोमवार की सुबह एक महिला का अर्धनग्न शव राजपाल के बाग के पास झाड़ियों में मिला। शव औंधे मुंह पड़ा था। शव के पास मोबाइल फोन मिला। फोन और महिला के हाथ पर बने टैटू की मदद से शव की पहचान बालाजी मंदिर दुबग्गा निवासी पूजा (35) के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार पूजा अपने पति की हत्या की आरोपी थी और पहले जेल भी जा चुकी थी।
एसीपी मलिहाबाद सुजीत कुमार दुबे के मुताबिक स्थानीय निवासी राजपाल सुबह अपने बाग गए तो शव को देखा। उन्होंने ग्राम प्रधान रनवीर को सूचना दी। पुलिस ने वहां छानबीन शुरू की। शव करीब तीन दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। छानबीन में पता चला कि पूजा की पहली शादी सीतापुर के संदना निवासी सुरेश से हुई थी। करीब पांच वर्ष पहले सुरेश की हत्या हुई थी।
पड़ताल के दौरान पुलिस ने हत्या के आरोप में पूजा को गिरफ्तार किया था। पूजा करीब डेढ़ वर्ष तक जेल में बंद थी। जमानत पर छूटने के बाद पूजा ने दुबग्गा निवासी राजू गुप्ता से दूसरी शादी कर ली। राजू के मुताबिक 31 अक्तूबर दोपहर एक बजे पूजा घर से निकली थी। शाम तक वापस नहीं लौटी। खोजबीन में कुछ पता नहीं चला।
पहले भी घर से हुई थी लापता: दुबग्गा मंडी में आढ़त का काम करने वाले राजू ने बताया कि पहले भी पूजा घर से चली गई थी। हालांकि, कुछ दिन बाद वह वापस आ गई थी। कई बार लड़ाई-झगड़े के दौरान पूजा घर छोड़कर चले जाने की बात कहती थी। पूजा का सुराग नहीं लगने पर सोमवार को दुबग्गा थाने में सूचना दी गई। आरोप है कि पुलिस ने शाम को आने की बात कहकर उन्हें टरका दिया था।

