बरेली जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान में अब तक 15.84 लाख मतदाताओं के गणना प्रपत्र बीएलओ के पास वापस आ गए हैं। सर्वे के दौरान 2.83 लाख मतदाताओं या उनके सगे संबंधियों के नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में नहीं पाए गए हैं। यानी 8.31 प्रतिशत वोटरों या उनके सगे-संबंधियों के नाम पुरानी सूची में नहीं हैं।
जिले में चार नवंबर से एसआईआर अभियान शुरू हुआ है। ये चार दिसंबर तक चलना है। अब तक आधे से भी कम मतदाताओं के गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन हो पाया है। मतदाता सूची में 18.21 लाख वोटर ऐसे हैं, जिनके गणना प्रपत्र अभी बीएलओ को वापस नहीं मिले हैं।
वर्तमान सूची में 34 लाख मतदाता
डीएम अविनाश सिंह ने बताया कि वर्तमान मतदाता सूची में वोटरों की संख्या 34 लाख है। 46.53 प्रतिशत वोटरों के गणना प्रपत्र डिजिटाइज हो गए हैं। जिले में मीरगंज विधानसभा क्षेत्र शीर्ष पर है। यहां 55.57 प्रतिशत डिजिटाइजेशन का कार्य बुधवार दोपहर 12.30 बजे तक हो गया। फरीदपुर, बरैली कैंट और बरेली नगर की स्थिति बेहतर नहीं है।
उन्होंने बताया कि 2.83 लाख मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो पाई है। क्योंकि, वर्ष 2003 की मतदाता सूची में न तो इनका नाम हैं और न ही इनके माता-पिता का। गणना प्रपत्र वापस लेने और अनंतिम मतदाता सूची प्रिंट होने के बाद नौ दिसंबर को प्रकाशन होगा। इसके बाद बिना मैपिंग वाले मतदाताओं को प्रशासन नोटिस जारी करेगा।

