घने कोहरे में यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए भीषण हादसे का सच 72 घंटे में सामने आएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण, परिवहन विभाग, पीडब्ल्यूडी, राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त जांच कमेटी बनाई गई है। कमेटी की रिपोर्ट के बाद ऐसे हादसों को रोकने के लिए एसओपी तैयारी की जाएगी।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार तड़के घने कोहरे में एक-एक कर 12 बसों और तीन कारों की भिड़ंत हो गई, जिसमें कई लोगों की जलकर मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। हादसे की जानकारी मिलने पर सुबह 4:30 बजे मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार घटनास्थल की ओर रवाना हुए।
उन्होंने बताया कि हादसा बेहद भीषण था। सीएनजी वाहन की टक्कर से बस में आग लग गई।
बस में लगे एयर कंडीशनर भी जल गए। मामले की जांच के लिए एडीएम स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में पांच विभागों की संयुक्त जांच कमेटी बनाई है। कमेटी को तीन दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। रिपोर्ट में हादसे की वजह के साथ-साथ रोकथाम के लिए क्या-क्या उपाय किए जाएं, यह भी बताने को कहा गया। इसके बाद स्टैंडर्ड प्रोसीजर ऑफ ऑपरेटिंग (एसओपी) बनाई जाएगी, जिससे भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।

