माफिया ब्रदर्स यानी गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ की हत्या का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने इस पूरे मामले की कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में जांच की मांग की है। अपनी याचिका को लेकर विशाल तिवारी का कहना है कि उनकी जनहित याचिका कानून के शासन के उल्लंघन और पुलिस की बर्बरता के खिलाफ है।
विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति बनाने की मांग की है। इसी के साथ याचिकाकर्ता ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल की शुरूआत यानी 2017 से अब तक यूपी में हुए 183 एनकाउंटर की जांच कराने की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने अपनी याचिका में 2020 में हुए कानपुर के बिकरू हत्याकांड के बाद विकास दुबे और उसके सहयोगियों का भी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। उन्होंने इस मामले को लेकर भी सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
अतीक और अशरफ की हुई थी हत्या
शनिवार (15 अप्रैल) को रात करीब 10:32 पर माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई थी। दरअसल, अतीक और अशरफ प्रयागराज में मेडिकल जांच कराने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान मीडियाकर्मी बनकर आए हत्यारों ने दोनों पर गोली बरसा दी। गोली की तड़तड़ाहट से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। जिसके बाद पुलिस पर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि पुलिस की मौजूदगी में इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया।