अहमदाबाद विमान हादसे से पहले पोती के साथ वीडियो कॉल गाना गा रहे थे विजय रूपाणी, पढ़िए बेटे ऋषभ ने क्या-क्या बताया

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अहमदाबाद विमान हादसे से पहले पोती के साथ वीडियो कॉल गाना गा रहे थे विजय रूपाणी, पढ़िए बेटे ऋषभ ने क्या-क्या बताया

गुजरात के अहमदाबाद में विमान हादसे में मारे गए पूर्व सीएम विजय रूपाणी के बेटे ने पीएम मोदी और अमित शाह का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने बताया कि दोनों शीर्ष नेता व्यस्त होने के बावजूद हादसे के बाद उनके परिवार के साथ खड़े रहे और परिजनों को धाडस बंधाया। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय विजय रूपाणी के बेटे ऋषभ रूपाणी ने कहा, “मैं 12 जून की घटना के बाद से इमोशनल सपोर्ट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं। वे दोनों हमारे परिवार से मिलने आए और हमें ढेर सारा प्यार दिया। हम उनके निरंतर समर्थन के लिए आभारी हैं।”

रोज वीडियो कॉल पर होती थी बात

ऋषभ रूपाणी ने कहा, “सुबह और शाम वीडियो कॉल पर बात करना हमारे परिवार की परंपरा रही है। उस दिन भी (एयर इंडिया विमान दुर्घटना वाले दिन) हमारी बात हुई थी। मैं उस समय अमेरिका में था। हमने उनसे दो-तीन साल बाद लंदन में अपनी बेटी, मेरी बहन के घर जाने के बारे में बात की थी। मेरी बेटी दो साल की है और उसका मेरे पिता के साथ एक खास रिश्ता था। जब भी उनका फोन आता, वह खुद मेरा फोन लेकर उनसे बात करने लगती। उस दिन जब हमारी आखिरी बार बात हुई थी, तब वह उनके साथ गाने गा रही थी।”

म्यांमार में हुआ था जन्म

विजय रामनिकलाल रूपाणीने 7 अगस्त 2016 से 11 सितंबर 2021 तक गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में दो कार्यकालों तक सेवा की। उनका जन्म म्यांमारके रंगून में एक जैन बनिया परिवार में हुआ था। 1960 में म्यांमार में राजनीतिक अस्थिरता के कारण उनका परिवार राजकोट, गुजरात में बस गया। उन्होंने सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से बी.ए. और एल.एल.बी. की डिग्री प्राप्त की। रूपाणी ने अपने छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के साथ सक्रिय रूप से काम शुरू किया। 1971 में, 15 वर्ष की आयु में, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और जनसंघ से जुड़े। आपातकाल के दौरान उन्होंने 11 महीने जेल में बिताए।

दो बार गुजरात के सीएम रहे रूपाणी

1987 में रूपाणी ने राजकोट नगर निगम में कॉरपोरेटर के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1996-97 में वे राजकोट के मेयर बने। 1998-2002 तक गुजरात भाजपा के महासचिव के रूप में कार्य किया। वहीं, 2006-2012 तक गुजरात पर्यटन निगम के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद रहे। 2013 में गुजरात नगर वित्त बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त हुए। 2014 में राजकोट पश्चिम से विधायक चुने गए और आनंदीबेन पटेल सरकार में परिवहन, जल आपूर्ति, श्रम और रोजगार जैसे मंत्रालयों में कैबिनेट मंत्री रहे। आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद, अगस्त 2016 में भाजपा ने रूपाणी को गुजरात का मुख्यमंत्री चुना। 2017 में वह दोबारा मुख्यमंत्री बने।

लकी नंबर वाले दिन हुआ निधन

12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण विजय रूपाणी का निधन हो गया। वे अपनी पत्नी और बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। इस हादसे में 241 यात्रियों की मृत्यु हुई, और उनकी पहचान डीएनए टेस्ट के माध्यम से की गई। रूपाणी की शादी अंजलि रूपाणी से हुई थी, जो भाजपा की महिला विंग की सदस्य थीं। उनके एक बेटे और एक बेटी हैं। वे 1206 को अपना लकी नंबर मानते थे, जो उनकी स्कूटी और कारों की नंबर प्लेट पर दर्ज था, लेकिन विडंबना यह रही कि उनका निधन 12 जून (12/06) को हुआ। उनकी अंतिम यात्रा राजकोट में राजकीय सम्मान के साथ हुई, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य नेता शामिल हुए।

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