क्या बीयर पीने से बढ़ जाता है यूरिक एसिड?
जिन ड्रिंक में एल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती है वो बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा सकते हैं।

खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान यूरिक एसिड बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है। बॉडी में कुछ सेल्स व खाद्य पदार्थ प्यूरीन नामक प्रोटीन को बनाते हैं, जिसके ब्रेकडाउन होने पर यूरिक एसिड बनता है। यूरिक एसिड सबकी बॉडी में बनता है और पेशाब के जरिए बाहर भी निकल जाता है। लेकिन जब किडनी इसे फिल्टर करके बाहर नहीं निकाल पाती तो ये खून में मिल जाता है और इसका स्तर बॉडी में बढ़ने लगता है।

ब्लड में इसकी मात्रा बढ़ने पर ये धीरे-धीरे क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर हड्डियों के बीच में जमा होने लगता है। गठिया के मरीजों को बढ़ा हुआ यूरिक एसिड काफी तकलीफ देता है, उन्हें जोड़ों में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। यूरिक एसिड का बनना बीमारी नहीं है बल्कि उसका बॉडी से बाहर नहीं निकलना परेशानी का सबब है। बॉडी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है।
डाइट में लिक्विड चीजों का अधिक सेवन करने से किडनी इसे आसानी से फिल्टर करके बाहर निकाल देती है। कुछ लोगों को लगता है कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए बीयर का सेवन करना बेस्ट है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि बीयर पीने से पेशाब ज्यादा आता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बीयर यूरिक एसिड को कंट्रोल करती है। आइए जानते हैं कि बीयर यूरिक एसिड के मरीजों पर कैसा असर डालती है
बीयर पीने का बॉडी पर प्रभाव: आप जानते हैं कि बीयर पीने से पेशाब ज्यादा आता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि बीयर बॉडी से यूरिक एसिड को बाहर निकाल रही है। बीयर जौ का पानी है लेकिन उसमें कैमिकल भी मौजूद होता है जिसे पीने से दो से ढाई लीटर पेशाब हर दिन आता है। ये बॉडी में सादे पानी की तरह असर नहीं करती बल्कि इसमें कैमिकल मौजूद होते हैं तो यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं। ये सच है कि कोई भी तरल पदार्थ ज्यादा लेने से छोटे आकार के क्रिस्टल बाहर आ जाते हैं, लेकिन बड़े क्रिस्टल को ऑपरेशन के जरिए ही निकाला जा सकता है।
बीयर कैसे यूरिक एसिड बढ़ाती है: बीयर का सेवन करने से पेशाब ज्यादा आता है और पेशाब के साथ बॉडी में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। लेकिन आप जानते हैं कि बीयर में ऑग्जेलेट व यूरिक अम्ल की मात्रा अधिक होती है जिसका सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है। बीयर में मौजूद एल्कोहल में प्यूरिन्स भी होता है जिससे पेशाब में एसिड बढ़ता है।
बीयर गाउट के लिए है जिम्मेदार: बीयर में प्यूरीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ये गाउट अटैक के लिए भी जिम्मेदार होती है। एक अध्ययन के मुताबिक हाई यूरिक एसिड के मरीज अगर 12 आउंस सर्विंग से ज्यादा बीयर का सेवन करते हैं तो उनमें गाउट का जोखिम 1.5 गुना ज्यादा हो जाता है। कई अध्ययनों में ये बात भी सामने आई है कि शुगरी और फ्रुक्टोज युक्त ड्रिंक के सेवन से भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है।
एल्कोहल बढ़ा सकता है यूरिक एसिड: जिन ड्रिंक में एल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती है वो बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा सकते हैं। एल्कोहल का सेवन करने के बाद किडनी इसे इक्स्क्रीट करने में लग जाती है और बॉडी से यूरिक एसिड बाहर नहीं निकल पाता है जिससे खून में एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अत्यधिक शराब पीने से एक या दो दिन के बाद गठिया का दर्द उठ सकता है।