देवरिया जिले में किशोरी की हत्या के मामले में पिता ने पुलिस के समक्ष जुर्म कबूल कर लिया है। उसने पत्नी सहित परिवार के अन्य सदस्यों को चादर चढ़ाने के लिए दरगाह भेजकर झूठी शान के लिए बेटी की उसके ही दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए बालू के बोरे से बांधकर नदी में फेंक दिया था। बोरे में बालू पहले से ही भर कर रखा था। घर वालों को बेटी के लापता होने की कहानी बता दी। पुलिस ने केस में पिता को नामजद किया है। प्रेमी को क्लीनचिट दे दी है।
महुआडीह थानाक्षेत्र के एक गांव की किशोरी तीन से लापता थी। दो अप्रैल को उसका शव छोटी गंडक नदी में उतराता मिला था। शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जब पुलिस को पता चला कि किशोरी गर्भवती है और उसकी मौत दब घुटने से हुई है तो शक परिजनों और प्रेमी पर गहरा गया। अगले दिन तीन अप्रैल को किशोरी की मां, पिता, चाचा, चाची और प्रेमी सहित आठ लोगों को हिरासत में ले लिया।