जालौन:-आज होम्योपैथिक कार्यालय में होम्योपैथी के जन्मदाता का जन्मदिन हर्षोल्लास से मनाया गया
डॉ सेम्युल हैनिमैन की जयंती पर एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल उरई पर निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया। जिसमें स्कूल के 345 बच्चों का निशुल्क स्वास्थ परीक्षण डॉ विकास चतुर्वेदी और डॉ प्रियंका द्वारा किया गया।
स्कूल के सभी बच्चों को होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति द्वारा इलाज के फायदे औऱ अन्य पद्धतियों से अंतर के बारे में बताया। साथ ही होमियोपैथी के जनक डॉ क्रिस्चियन फेडरिक समुएल हैनिमेन की जीवनी औऱ उनके द्वारा होम्योपैथिक विधा की खोज की कहानी भी बताई।
डॉ विकास चतुर्वेदी ने बताया कि होम्योपैथिक विधा द्वारा बिना ऑपरेशन के पथरी का सफल इलाज है,इस पद्धति से धीरे -धीरे फायदा मिलता है ये भ्रान्ति गलत है,सही दवा के चुनाव हो जाने पर ये तुरंत असर दिखाना शुरू करती है।
जिसमें सभी डॉक्टर फार्मासिस्ट एवं अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर ज्ञान वर्धन हेतु सभी अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों ने अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान दिया। इस अवसर पर जिले में प्रथम तीन चिकित्सक जिन्होंने जिले में सर्वाधिक मरीज देखे को प्रशस्ति पत्र दिया गया।
जिसमें डाक्टर विकास चतुर्वेदी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया अधिकतम मरीजों को देखने में।