कोतवाली हाथरस गेट के गांव छोटी किंदौली में कुछ परिवारों ने युवकों और पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। विरोध में अपने घरों पर पलायन के पोस्टर लगा दिए हैं।सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने पर राजस्व और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया। हालांकि एसडीम ने गांव में पलायन की स्थिति होने से इन्कार किया है। तो पुलिस ने कहा कि कार्रवाई से बचने के लिए लोग नाटक कर रह हैं।
कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के गांव छोटी किंदौली निवासी हबीब उर्फ पप्पू व उसके अन्य परिजनों ने अपने घरों पर पोस्टर चस्पा कर दिए है। पोस्टर में लिखा है कि पुलिस और युवकों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से वह पलायन करने को मजबूर हैं। हमारे घर बिक रहे हैं। कोई भी खरीद सकता है। पोस्टर में कई पुलिसकर्मियों के भी नाम लिखे है। उसने सीएम से भी इसकी गुहार लगाई है। हबीब का कहना है कि गांव के कुछ लोगों से उनकी करीब 10 से रंजिश चल रही है। पिछले दिनों इन दबंगों ने उन पर फायरिंग की। उस पर पूरे सबूत भी मौजूद हैं लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि आरोपियों का साथ देकर पुलिस ने उस पर झूठे मुकदमे लगा दिए और जेल भेज दिया था।
उसका यह भी कहना है कि वह एडीजी आगरा जोन से लेकर डीआईजी और एसपी से शिकायत कर चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में उस पर व उसके परिजनों पर अब पलायन करने के अलावा कोई चारा नहीं है। इसलिए उसने व उसके परिजनों ने यह पोस्टर चस्पा किए हैं। मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ तो सासनी के नायब तहसीलदार की अगुवाई में राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर समझाया।
मामले में एसडीएम सासनी अंजलि गंगवार का कहना है कि लोगों ने पुलिस की कार्रवाई से क्षुब्ध होकर पोस्टर लगाए हैं। पलायन जैसी कोई स्थिति नहीं है। वहीं कोतवाली निरीक्षक हाथरस गेट सतेंद्र सिंह राघव का कहना है कि हबीब के खिलाफ थाना हाथरस गेट में नौ मुकदमे दर्ज हैं। उसके बेटे इमरान के खिलाफ भी दो मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तारी से बचने और पुलिस पर दबाब बनाने के लिए यह लोग इस तरह का नाटक कर रहे हैं।