राजनीति
त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल बोले- ‘मेरी उम्र 77 हो गई, सिर्फ सलाह दे सकता हूं’
रॉय ने कहा, 'अब स्ट्रेट होने की जरूरत है। मैं 77 साल का हूं और भाजपा के मानदंडों के अनुसार, सक्रिय राजनीति से बाहर हूं

मैंने अपने विचार अधिकारियों को बता दिए हैं। मेरा काम हो गया है।’ वरिष्ठ भाजपा नेता व त्रिपुरा व मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने बंगाल निकाय चुनाव के नतीजों के बाद अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है। रॉय ने ट्वीट कर कहा कि कल के नतीजों के बाद, ‘मुझे फोन आ रहे हैं, आप बस वहां बैठकर ट्वीट करने की बजाय और कुछ क्यों नहीं कर रहे हैं?’ रॉय ने कहा, ‘अब स्ट्रेट होने की जरूरत है। मैं 77 साल का हूं और भाजपा के मानदंडों के अनुसार, सक्रिय राजनीति से बाहर हूं। मैंने अपने विचार अधिकारियों को बता दिए हैं। मेरा काम हो गया है।’ पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के 10 महीने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को राज्य के नगर निकायों में भी पूरे विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया। रॉय ने कहा कि राज्य की 107 नगरपालिकाओं में से टीएमसी ने 102 में जीत दर्ज की है। तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और नंदीग्राम से विधायक सुवेंदु अधिकारी का ‘गढ़’ मानी जाने वाली कांथी नगरपालिका में जीत हासिल की है जबकि उत्तर बंगाल की पहाड़ों की राजनीति में नवागंतुक ‘हमरो पार्टी’ ने तृणमूल कांग्रेस, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और भाजपा को पछाड़ कर दार्जिलिंग नगरपालिका पर कब्जा कर लिया। भाजपा, जो पिछले साल विधानसभा चुनावों में 77 सीटें जीतकर पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी थी, अपना खाता खोलने में विफल रही। कांग्रेस भी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। चुनाव के बाद भाजपा ने कहा था कि इसके परिणामों पर रोक लगा देनी चाहिए। भाजपा का आरोप था कि टीएमसी ने चुनाव में धांधली की है।