शादी के बाद एक लड़की के साथ कई और रिश्ते जुड़ जाते हैं। उसे एक नया परिवार मिल जाता है, जो उसके पति का होता है। पति के माता पिता लड़की के सास ससुर बन जाते हैं। एक लड़की जो जन्म से शादी तक अपने माता पिता के साथ उनके घर में रहती है
एक दूसरे के लिए निकालें वक्त
रिश्ते में आपसी समझ होना जरूरी है। इसलिए सास और बहू को एक दूसरे के साथ वक्त बिताना चाहिए। जब सास और बहू एक दूसरे को वक्त देते हैं तो उनके बीच की बॉन्डिंग मजबूत होगी। बहू सास की पसंद और नापसंद को जान पाएगी और सास भी बहू के व्यवहार को समझ सकेंगी।
दोस्ती से करें शुरुआत
बेटी जब बड़ी होती है तो मां की दोस्त बन जाती है। शादी के बाद बहू को अपनी सास को मां बनाना है तो वही दोस्ती सास से करनी चाहिए। सास को भी बहू से बेटी जैसा व्यवहार करना चाहिए। दोनों को दोस्ती से शुरुआत करनी चाहिए। बहू सास के साथ उसी तरह बर्ताव करें
सलाह का सम्मान
हर बहू को सास के अनुभवों से सीख लेनी चाहिए। सास की बातें सुनें, उनका सम्मान करें और घर परिवार को संभालने में उनकी सलाह व मदद लें।