पूजा में घी और तेल का दीपक जलाना चाहिए। वैसे दीपक जलाने को सकारात्मक रूप में भी देखा जाता है, इसे अपने जीवन से अंधकार हटाकर प्रकाश फैलाने से भी जोड़ा जाता है। प्रकाश प्रतीक होता है ज्ञान का। इसलिए कहा जाता है कि पूजा में दीपक जलाकर हम अंधकार को अपने जीवन से बाहर करते हैं।
दीपक जलाते समय इन खास बातों रखें ध्यान-
- पूजा में कभी भी खंडित दीपक नहीं जलाना चाहिए। नहीं तो शुभ फल मिलने की जगह आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- ध्यान रखें कि पूजा के दौरान बीच में दीपक ना बुझे। ऐसा होना अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है ऐसा होने पर पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं हो पाता है।
- पूजा करते समय अगर घी का दीपक हो, तो इसे अपने बायें हाथ की ओर ही जलाएं।
- इस बात का ध्यान रखें कि दीपक हमेशा भगवान की प्रतिमा के ठीक सामने लगाएं। कई बार हम भगवान की प्रतिमा के सामने दीपक न लगाकर कही और लगा देते है, तो सही नहीं होता है।
- घी के दीपक के लिए सफेद रुई की बत्ती इस्तेमाल ही करें। जबकि तेल के दीपक के लिए लाल धागे की बत्ती श्रेष्ठ रहती है।