लाइफस्टाइल
आयुर्वेदिक चीजों में छिपा है याददाश्त बढ़ाने का गुण
मस्तिष्क के बेहतर विकास के लिए संपूर्ण और पौष्टिक आहार काफी जरूरी होता है।

उम्र बढ़ने पर याददाश्त का कमजोर होना स्वाभाविक बात है। लेकिन कम उम्र में ही अगर आप चीजें रखकर भूल जाते हैं या फिर आपको किसी की कही बात याद नहीं रहती हैं तो यह आपकी याददाश्त कमजोर होने की तरफ इशारा है। ये समस्या आजकल सिर्फ युवाओं में ही नहीं बल्कि कुछ बच्चों में भी देखी जाती है, उन्हें भी बातें और चीजें याद रखने में दिक्कत होती है।
याददाश्त बढ़ाने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक उपाय– -ब्राह्मी दूध का नियमित रूप से सेवन करने से याददाश्त तेज होती है, सबसे अच्छी बात यह है कि इसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं होता है। ब्राह्मी दूध को तैयार करने के लिए 1 गिलास दूध में आधा चम्मच ब्राह्मी डालकर इसे करीब 2 मिनट तक उबालें। अब सोने से पहले इस दूध को पिएं।
-केसर और गाजर का जूस का सेवन करने से याददाश्त क्षमता में सुधार आता है। इनमें कैरोटेनॉयड्स की उपस्थिति होती है, जो मेमोरी पावर को बूस्ट करता है। गाजर का जूस बनाने के लिए 3 फ्रेश गाजर लें, इसमें 1/4 चुकंदर, 1 चम्मच अलसी और कुछ बूंदे ऑलिव ऑयल की मिक्स करें और अच्छे से पीस लें। इस जूस का सेवन करने से मेमोरी अच्छी होती है।

