
एक बच्ची को छत पर गेहूं सुखाते समय बच्चे के पैर में बंदर ने काट लिया था कई लोगों के पहुंचने पर तब बंदरों को भगाया जा सका 25-30 की संख्या में टोली बनाकर बंदर चलते हैं लोगों का घर से निकलना दूभर हो चुका है क्योंकि बंदरों की टोली जगह-जगह रास्तों पर अपना कब्जा जमाए बैठे रहते हैं अकेले व्यक्ति को देखकर बेवजह दौड़ा लेते हैं इतना ही नहीं आंगन और छत पर लगे गमलों को तहस-नहस कर देते हैं कपड़ों को फाड़कर दूसरे की छतों पर ले जाकर छोड़ देते हैं बंदरों के आतंक से कई महिलाएं और बच्चे चोटिल होने के साथ-साथ अपने जान से भी हाथ धो बैठे हैं नगर वासियों ने बंदरों से निजात दिलाने की मांग की है साथ ही ग्रामीणोंं ने वन विभाग के साथ उच्च अधिकारियों को भी चैनल के माध्यम से ध्यान देने की अपेक्षा की है