भाजपा के 44वें स्थापना दिवस पर PM नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने 40 मिनट 43 सेकेंड के भाषण में प्रधानमंत्री ने पार्टी की स्थापना से लेकर अब तक के सफर का जिक्र किया। कार्यकर्ताओं को संगठित और मजबूत होने के लिए मंत्र दिया। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना भी साधा और भविष्य की योजनाएं भी बताईं।
प्रधानमंत्री ने पार्टी के संस्थापक सदस्यों से लेकर पुराने नेताओं तक को याद किया। आज हनुमान जयंती है। इसलिए पीएम मोदी ने भगवान हनुमान का जिक्र करते हुए भी कई मिसालें दीं। कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा, ‘आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुमानजी की जयंती मना रहे हैं। बजरंगबली के नाम का घोष चारों तरफ गूंज रहा है। हनुमानजी का जीवन, प्रसंग आज भी हमें भारत की विकास यात्रा में प्रेरणा देते हैं। हमारी सफलताओं में महान शक्ति के आशीर्वाद प्रतिबिंबित होते हैं।’
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान प्रभु हनुमान, लक्षमण से लेकर भ्रष्टाचार और कब्र तक का जिक्र किया। आइए जानते हैं पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें…
1. आज भारत अपनी शक्तियों की पहचान कर चुका है: ‘हनुमानजी के पास असीम शक्तियां है, लेकिन इस शक्ति का इस्तेमाल वो तभी कर पाते हैं जब स्वयं पर से उनका संदेह समाप्त हो जाता है। 2014 से पहले भारत की भी यही स्थिति थी। भारत अब बजरंगबली की तरह अपने भीतर सुप्त शक्तियों का आभास कर चुका है। आज भारत समंदर जैसी विशाल चुनौतियों को पार करने और उनका मुकाबला करने में पहले से ज्यादा सक्षम है। हनुमानजी के ऐसे ही गुणों से भाजपा कार्यकर्ता और पार्टी प्रेरणा पाते हैं।’
2. हनुमान जी की तरह मां भारती भी कठोर हों: ‘ हनुमानजी सब कुछ कर सकते हैं, सबके लिए करते हैं, लेकिन अपने लिए कुछ नहीं करते। यही भाजपा की प्रेरणा है। एक और प्रेरणा है। जब हनुमान जी को राक्षसों का सामना करना पड़ा था तो वो उतने ही कठोर भी हो गए थे। इसी प्रकार से जब भ्रष्टाचार की बात आती है, जब परिवारवाद की बात आती है, कानून व्यवस्था की बात आती है तो भाजपा उतनी ही संकल्पबद्ध हो जाती है। मां भारती को इन बुराइयों से मुक्ति दिलाने के लिए कठोर होना पड़े तो कठोर हों।’