प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चीन खेलों को अपनी छवि को चमकाने का प्रोपेगैंडा बना रहा है
जर्मनी, फ्रांस, नार्वे, स्कॉटलैंड, यूनाइटेड किंगडम के कई शहरों में लोग रैलियां निकाल रहे हैं। अमेरिका में भी विरोध हो रहा है।

विंटर ओलिंपिक के शुक्रवार को उद्घाटन के साथ ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ यूरोप सड़कों पर उतर गया है। चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में जमकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। जर्मनी, फ्रांस, नार्वे, स्कॉटलैंड, यूनाइटेड किंगडम के कई शहरों में लोग रैलियां निकाल रहे हैं। अमेरिका में भी विरोध हो रहा है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चीन खेलों को अपनी छवि को चमकाने का प्रोपेगैंडा बना रहा है, जबकि तिब्बत में जबरन कब्जा, उईगर मुस्लिमों का दमन और हॉन्गकॉन्ग में लोकतंत्र समर्थकों पर अत्याचार किसी से छिपा नहीं है। प्राग में विरोध प्रदर्शनों में चीन के मशहूर निर्वासित कलाकार बाडिकाओ के पोस्टर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बडिकाओ ने चीन सरकार के दमन को दर्शाने के लिए पांच मुद्दों पर पोस्टर बनाए हैं। भारत में भी तिब्बती शरणार्थियों ने चीन के विंटर ओलिंपिक आयोजन के विरोध में शुक्रवार को प्रदर्शन किया।
उईगर कॉटन से कमाई, चीन उन्हीं पर करता अत्याचार प्राग के द पुतिन ग्रुप ने ओलिंपिक और चीनी कॉटन का बायकॉट करने के लिए चीनी राष्ट्रपति का न्यूड स्टैच्यू दूतावास के सामने रख विरोध जताया। ग्रुप के अनुसार चीन में अधिकांश कॉटन उईगर मुस्लिमों की मेहनत से तैयार होता है। चीन कॉटन बेचकर पैसे कमाता है, लेकिन उईगर मुस्लिमों पर अत्याचार करता है। चीन में रहने वाले उईगर मुस्लिमों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रखता है।
ओलिंपिक नियमों सहित कम्युनिस्ट पार्टी के नियमों को मानना भी जरूरी विरोध करने वालों का कहना है कि खिलाड़ियों को ओलिंपिक नियमों के साथ-साथ कम्युनिस्ट पार्टी के नियमों को भी मानना जरूरी है। बीजिंग ओलिंपिक कमेटी के अध्यक्ष यांग यांग ने चेताया है कि सभी खिलाड़ी अपने बयानों के प्रति सतर्क रहें। यदि उनके बयानों से चीन की संप्रभुता पर कोई भी हमला हुआ तो उनके खिलाफ चीन के कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। उद्घाटन समारोह में किसी भी प्रमुख पश्चिमी देश के राजनयिक ने हिस्सा नहीं लिया।
पुतिन और जिनपिंग मिले, बोले- रूस और चीन के रिश्तों की कोई सीमा नहीं इस बीच, बीजिंग में विंटर ओलिंपिक के उद्घाटन समारोह के दौरान शुक्रवार को चीन आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनिपंग के साथ मुलाकात की। दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि उनके रिश्तों की कोई सीमा नहीं है। चीन ने यूक्रेन के मुद्दे पर रूस को पूरा समर्थन दिया है। बयान में कहा गया है कि अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश यूराेप में अस्थिरता बढ़ा रहे हैं। अमेरिका की ओर से नाटो का विस्तार किया जाना गलत है।