जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद माड्यूल द्वारा दिल्ली में आतंकी घटना अंजाम देने के बाद जांच के केंद्र में सहारनपुर आ रहा है। खासकर सहारनपुर का देवबंद तमाम आतंकी संगठनों के स्लीपिंग माड्यूल्स की पनाहगाह रहा है।
इनमें आतंकी मसूद अजहर का संगठन जैश-ए-मोहम्मद भी शामिल है। मसूद वर्ष 1994 में देवबंद आ चुका है। अब ऑपरेशन सिंदूर में अपने करीबी परिजनों को खोने के बाद जैश के इस व्हाइट कॉलर माड्यूल की जड़ें देवबंद में भी तलाशी जा रही हैं।
मसूद के देवबंद आने के बाद से पश्चिमी उप्र के इस जिले में जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों में इजाफा होता चला गया। वर्ष 1994 में जैश के आतंकियों ने हापुड़ से तीन विदेशियों का अपहरण किया था ताकि जेल में बंद आतंकियों को रिहा कराया जा सके।

