UP: गुप्तांग पर चोट, छिली हुई त्वचा…जिस तरह हुई दीपक की मौत, पिता बोला- वो आत्महत्या नहीं कर सकता है

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UP: गुप्तांग पर चोट, छिली हुई त्वचा…जिस तरह हुई दीपक की मौत, पिता बोला- वो आत्महत्या नहीं कर सकता है

बेटा दीपक घर से निकला तो फिर लाैटकर नहीं आया। दो दिन बाद 500 मीटर की दूरी पर पोखर किनारे लाश मिली। उसकी हत्या की आशंका जाहिर की गई। शरीर पर लक्षण भी शक वाले थे मगर पुलिस आत्महत्या की बात पर अड़ी है। पुलिस ने न जांच की और न ही केस दर्ज किया। यह दर्द है वीरेश कुमार दीक्षित का। वह बेटे की माैत का राज जानने के लिए थाने से पुलिस आयुक्त कार्यालय तक के चक्कर लगा रहे हैं।

किसान वीरेश कुमार रामनगर, थाना खंदाैली के रहने वाले हैं। वह थाने के चाैकीदार भी हैं। वह शुक्रवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय आए। उन्होंने बताया कि बेटा दीपक उर्फ दीपू (22) इंटर पास था। भर्ती परीक्षाओं की तैयारी में लगा था। रोजाना दाैड़ लगाने जाता था। 14 अगस्त की शाम 7:30 बजे घर से दुकान पर सामान लेने निकला था लेकिन लौटा नहीं। घर में मोबाइल छोड़ गया था। थाना खंदाैली में शिकायत पर पुलिस ने कहा कि अभी तलाश कर लो। अगर कहीं नहीं मिले तो आकर शिकायत कर देना।

बेटे का शव 16 अगस्त की शाम करीब 5 बजे घर से 500 मीटर की दूरी पर पोखर के किनारे लोगों ने पड़ा देखकर सूचना दी। सूचना पर पुलिस पहुंची। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण पानी में डूबने की वजह से आया। हालांकि उसके नाखून ढीले पड़े हुए थे। त्वचा भी छिली थी। गुप्तांग पर भी चोट थी।

साजिश के तहत की गई हत्या
पिता ने आरोप लगाया कि बेटे की साजिश के तहत घर से बुलाकर पानी में डुबोकर हत्या की गई है जबकि पुलिस घटना को आत्महत्या दर्शाना चाहती है। बेटा तालाब में कैसे पहुंच गया? आत्महत्या का क्या कारण हो सकता है? अगर कोई बात थी तो बेटे ने कभी बताई क्यों नहीं? जिस जगह पर शव पड़ा था, वहां पर पानी डूबने की स्थिति में नहीं था। उन्होंने जांच की मांग की, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। वह पुलिस आयुक्त कार्यालय में भी प्रार्थनापत्र दे चुके हैं।

थाने की पुलिस ने पीड़ित से ली 5000 की हार्ड डिस्क
वीरेश कुमार का आरोप है कि वो बेटे की मृत्यु की सच्चाई का पता कराने के लिए थाने गए थे। पुलिस से कहा कि अगर बेटे ने आत्महत्या की होगी तो इसका कारण पता चलना चाहिए। उसके मोबाइल की काॅल डिटेल निकाली जाए। डाटा को चेक किया जाए तो कुछ जानकारी मिल सकती है। इस पर एक पुलिसकर्मी ने उनसे हार्ड डिस्क खरीदकर देने के लिए बोल दिया। वह बाजार से 5000 हजार रुपये की एक हार्ड डिस्क लेकर आए। पुलिस ने उसे ले लिया लेकिन डाटा चेक करने में कोई रुचि नहीं दिखाई।

कराई जाएगी जांच
डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा ने बताया कि युवक की मृत्यु के मामले में जांच कराई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हार्ड डिस्क क्यों मंगाई गई? इसके बारे में भी पता किया जाएगा।

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