जिले में बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान उठाने वाले किसान की सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने संपर्क नंबर जारी किए हैं। जिन पर संपर्क कर किसान अपनी बर्बाद फसलों की सूचना दे सकते हैं। जिलाधिकारी ने सोमवार को जिले के उप जिलाधिकारियों व तहसीलदारों को फसल नुकसान के आंकलन के लिए कहा है।
विस्तार वाराणसी में पश्चिमी विक्षोभ का दबाव बढ़ने की वजह से मौसम तेजी से बदला है। रविवार रात 9.30 बजे शुरू आंधी, मूसलाधार बारिश पूरी रात रुक रुक कर होती रही। सोमवार को सुबह और दिन में भी बूंदाबांदी हुई। वहीं, मंगलवार सुबह से ही कभी-धूप कभी छांव का सिलसिला जारी है।
पिछले 24 घंटे में मौसम विभाग ने 20 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड किया है। मौसम में अचानक आए इस बदलाव की वजह से पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। रविवार को अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि सोमवार को 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान भी 17.5 रिकॉर्ड किया गया।
बारिश से ईंट व्यवसायियों को नुकसान
बीते दो दिन हुई तेज बारिश से किसानों के साथ ही ईंट व्यवसायियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। ईंट निर्माता परिषद के अध्यक्ष कमल कांत पांडेय ने बताया कि जिले भर में खुले मैदान में करोड़ों की संख्या में ईंट की पथाई कर पकाने के लिए रखा गया था। दो दिन की बारिश में पूरा कच्चा ईंट भीगने से गल गया। कई भठ्ठों में पानी घुसने से जिमनी में लगी आग बुझ गई। जिससे ईंट की ठीक से पक नहीं पाए। इससे भठ्ठा संचालकों को बड़ा नुकसान हुआ है। नुकसान की क्षतिपूर्ति, जीएसटी में छूट और कोयला कम कीमत पर उपलब्ध कराने की मांग राज्य और केंद्र सरकारों से की गई है।