ऑटिज्म क्या है?
बता दें कि ऑटिज्म को कुछ लोग मानसिक रोग के नाम से जानते हैं तो कुछ स्वपरयाणता भी कहते हैं. यह बीमारी मस्तिष्क के विकास में बाधा डालती हैं. जो व्यक्ति इस बीमारी से ग्रस्त रहता है वह बाहरी दुनिया से अनजान अपनी ही दुनिया में गुम रहता है. लेकिन कुछ लोग ऑटिज्म से ग्रस्त बच्चों को मंदबुद्धि समझ लेते हैं. ऐसे लोगों को बता दें कि ये मात्र एक मिथक है. ऑटिज्म से ग्रस्त लोग मंदबद्धि नहीं होते. हां उन्हें समाज में घुलने मिलने में थोड़ी झिझक महसूस होती है.
ऑटिज्म के लक्षण
यदि ऑटिज्म के लक्षणों की बात की जाए तो जैसा कि हमने पहले भी बताया यह बच्चे मानसिक रूप से थोड़े से कमजोर होते हैं. इन्हें मानसिक रूप से विकलांग भी कह सकते हैं. ऑटिज्म के रोगी मिर्गी के दौरों का सामना करते हैं. कई बार इससे ग्रस्त बच्चों को बोलने और सुनने में समस्या आती है. जब यह बीमारी गंभीर रूप ले लेती है तो ऐसे ऑटिस्टिक डिसऑर्डर के नाम से माना जाता है.
कैसे करें ऑटिज्म की पहचान
- यदि आपका बच्चा दूसरे व्यक्ति की आंखों में आंखें डालकर बात ना कर पाए और इस दौरान वे घबराहट महसूस करे तो यह इस बीमारी की तरफ इशारा करता है.
- इससे अलग जो बच्चे ज्यादातर अकेला रहना पसंद करते हैं या ग्रुप में खेलना पसंद नहीं करते वह भी इस बीमारी से ग्रस्त हो सकते हैं.
- जो बच्चे बात करते हुए हाथों का इस्तेमाल नहीं करते या किसी भी तरीके का संकेत देने में असमर्थ होते हैं वह भी ऑटिज्म का शिकार हो सकते हैं.
- जिन बच्चों को एक ही प्रकार के गेम खेलना पसंद होता है या उन्हें काफी देर में लोगों की बातें समझ आती हैं वे भी ऑटिज्म के शिकार हो सकते हैं.
- जो ऑटिज्म से पीड़ित होते हैं वह किसी भी बात का जवाब देने में असमर्थ महसूस करते हैं. इसके अलावा किसी की बात को सुनकर भी अनसुना कर देते हैं.
ऑटिज्म के कारण
इस समस्या पर कई शोध हुए हैं लेकिन इन शोधों के बावजूद इसका मुख्य कारण पता नहीं चल पाया है. लेकिन डॉक्टर इसके पीछे कुछ कारणों को जिम्मेदार मानते हैं.
- उनके मुताबिक जब माता-पिता बच्चे के जन्म से पहले और बाद में जरूर टीके नहीं लगा पाते हैं या जन्म संबंधित दोष बच्चों को हो जाता है तब ये समस्या होने के चांसेस होते हैं.
- गर्भावस्था के दौरान जब मां को कोई गंभीर बीमारी हो जाती है तब भी यह समस्या हो सकती है.
- जो बच्चे अपने समय से पहले जन्म ले लेते हैं या जिन बच्चों का गर्भ में ठीक प्रकार से विकास नहीं हो पाता है तो वह भी समस्या का शिकार हो सकते हैं