संभल। उप्र के संभल से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। संभल में तांत्रिक के गंदे खेल का पर्दाफाश हुआ है। धन वर्षा अनुष्ठान के नाम पर तांत्रिक भोली-भाली लड़कियों की इज्जत से खिलवाड़ कर रहा था। उनकी गरिमा को तार-तार कर रहा था। युवतियों के शोषण मामले में 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
तांत्रिक का उद्देश्य उस व्यक्ति पर ‘धन वर्षा’ (पैसे की बारिश) करना था, जिसके लिए अनुष्ठान किया जा रहा था। हालांकि, इसकी आड़ में युवतियों का खुलेआम शोषण किया जा रहा था।
शुक्रवार को संभल पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया्। वे एक सुस्थापित और संगठित गिरोह का हिस्सा थे, जो अनुष्ठान के नाम पर महिलाओं का शोषण करते थे।
गिरोह के सदस्यों में से चार तथाकथित गुरु हैं, जिनमें आगरा के यमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन पर रेलवे स्टेशन मास्टर रघुबीर सिंह (45), पप्पू लाल, राघवेंद्र दयाल (तीनों आगरा से) और फिरोजाबाद से सोनू सिंह शामिल हैं।
एएसपी ने दी जानकारी
संभल की एएसपी अनुकृति शर्मा ने कहा कि आरोपियों के मोबाइल में सैकड़ों वीडियो और तस्वीरें थीं। साथ ही, पीड़ितों की एक विचित्र सूची भी मिली। 18 से 22 वर्ष की आयु के पुरुषों और महिलाओं को उनके नाम, उम्र, ऊंचाई, वजन, शारीरिक माप और यहां तक कि महिलाओं के मामले में अंतिम मासिक धर्म की तारीख के साथ तख्तियां पकड़े हुए वीडियोग्राफी की गई थी।
उनके साथ उल्लू, कछुए और अन्य तस्करी किए गए वन्यजीवों की तस्वीरें थीं। यह जानवरों की बलि दी जाने का संकेत थी। महिलाएं वाराणसी, एटा, मथुरा और फिरोजाबाद जैसे विभिन्न जिलों की थीं।
जांच एजेंसियों के अनुसार, गिरोह ने सोशल मीडिया पर सीमित आर्थिक संसाधनों और शिक्षा वाले परिवारों को निशाना बनाया। वे लड़कियों को आर्टिकल, समान या टमाटर कहकर बुलाते थे।
लड़की को चुनने का था मानदंड
लड़की को चुने जाने के लिए उसे कुछ खास मानदंडों को पूरा करना होता था। इसमें लड़की कुंवारी होना अनिवार्य था। इसके अलावा लड़की के कम से कम 5 फीट 5 इंच लंबा होना अनिवार्य किया गया।
उसके शरीर पर कोई निशान, चोट या टैटू नहीं होना चाहिए। उसका कोई रोमांटिक या यौन संबंध नहीं होना चाहिए। दावा किया जाता था कि लड़की का चेहरा जितना सुंदर होगा, उसका शरीर उतना ही परफेक्ट होगा, धन की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
एटा के एक व्यक्ति ने कहा कि मैंने अपनी बेटी पर तीन बार अनुष्ठान करवाया, लेकिन अभी तक पैसे नहीं मिले हैं। उनकी बेटी ने अपनी आपबीती सुनाई कि मुझे ‘गुरु’ के साथ एक कमरे में बैठाया गया और ‘प्रसाद’ दिया गया। इसके बाद आंखें बंद करने को कहा गया। मुझे उसके बाद कुछ भी याद नहीं है।