लखनऊ। माफिया से माननीय बने मुख्तार अंसारी की बीते दिनों मौत हो गई है। इसके बाद से मुख्तार कगी मौत पर सियासत शुरू हो गई है। मऊ से 5 बार के विधायक रहे मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उनके परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इसको लेकर सपा समेत अन्य राजनीतिक दलों ने हमला बोल दिया है। उधर पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मौजूदा प्रदेश सरकार सवालों के कटघरे में खड़ी हो गई है। इसी बीच पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के मुखिया अमिताभ ठाकुर ने यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार को पत्र लिख दिया है। इसमें बृजेश, धनंजय और राजा भईया समेत ठाकुर बिरादरी के 16 बाहुबलियों के नाम और मुकदमें लिखे हैं। उन्होंने कहा कि लंबी क्रिमिनल हिस्ट्री होने के बाद भी यूपी पुलिस राजनीतिक कारणों से कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, ये पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने बताया कि योगी आदित्यनाथ की सरकार माफियाओं पर कार्रवाई करने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। हालांकि सोशल मीडिया पर दर्जनभर लोगों के नाम और उनके कथित क्रिमिनल इतिहास सहित एक लिस्ट लगातार वायरल हो रही है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि इन लोगों (बाहुबली-माफियाओं) पर कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है।
बाहुबलियों पर कई मुकदमे दर्ज
उन्होंने बताया कि इस लिस्ट को यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार को भेजकर उन लोगों के संबंध में स्थिति स्पष्ट करने का अनुरोध किया है। अमिताभ ठाकुर ने जिस पत्र को डीजीपी यूपी को भेजा है। इसमें बृजेश सिंह, धनंजय सिंह, रघुराज प्रताप सिंह राजा भईया समेत 16 सिंह बाहुबलियों के नाम शामिल है, जिनके नाम के आगे उनपर दर्ज मुकदमें की संख्या भी लिखी हुई है। अमिताभ ठाकुर के पत्र के मुताबिक, बृजेश सिंह पर सबसे ज्यादा 106 मुकदमें दर्ज है। वहीं धनंजय सिंह पर 46 मुकदमें, राजा भैया पर 31 केस, डॉक्टर उदय भान सिंह पर 83 मामले, अशोक चंदेल पर 37 मुकदमें और विनीत सिंह पर 34 केस दर्ज है।
बृजभूषण शरण सिंह पर 84 मुकदमे
इतना ही नहीं कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर 84 मुकदमें दर्ज है। जबकि चुलबुल सिंह पर 53 केस, सोनू सिंह पर 57 और मोनू सिंह पर 48 मुकदमें दर्ज हैं। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की माने तो अजय सिंह सिपाही पर 81 केस, पिंटू सिंह पर 23 मामले, सनी सिंह पर 48 केस और संग्राम सिंह पर 58 मुकदमें दर्ज है।
यही नहीं चुन्नू सिंह पर 42 और बादशाह सिंह पर 88 केस दर्ज हैं। अमिताभ ठाकुर ने पत्र के जरिये कहा कि लंबी क्रिमिनल हिस्ट्री होने के बाद भी यूपी पुलिस द्वारा राजनीतिक कारणों से कोई कार्रवाई नहीं जा रही है, ये पुलिस पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाता है।
लिस्ट में कई गड़बड़ियां
अमिताभ ठाकुर ने यह भी बताया कि इस लिस्ट में कई गड़बड़ियां है। उन्होंने बताया कि चुलबुल सिंह का साल 2018 में निधन हो गया था, लेकिन उनका नाम इस लिस्ट में शामिल है। साथ ही पिंटू सिंह, सनी सिंह जैसे नाम को लेकर पूरी स्पष्टता नहीं है। इसके विपरीत कई नाम स्पष्ट है और सामान्य तौर पर ये सभी लोग मौजूदा सरकार में स्पष्ट रूप से पुष्पित और पल्लवित होते दिख रहे हैं। साथ ही अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी यूपी से पत्र के जरिए कहा कि अगर इस संबंध में 15 दिनों में आपका कोई जवाब नहीं मिला तो प्रकरण को सक्षम फोरम पर ले जाने को बाध्य हो जाऊंगा।