केरल। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने वायनाड सांसद और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान अनुपस्थिति पर असंतोष व्यक्त किया है।
समस्त केरल जेम-इयथुल उलमा के मुखपत्र “सुप्रभातम्” ने 4 अप्रैल को प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति को “काला धब्बा” बताया और सवाल उठाया कि जब बीजेपी इस बिल को बढ़ा रही थी, तो प्रियंका गांधी कहां थीं।
राहुल गांधी की चुप्पी पर भी सवाल
सुप्रभातम् ने राहुल गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और कहा कि विपक्ष का यह कर्तव्य था कि वह इस बिल पर बोलते। इसके साथ ही, लेख में विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, TMC और वामपंथी दलों की भारत गठबंधन के तहत एकजुटता की सराहना की गई। इन दलों ने संसद में इस बिल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया था।
वक्फ संशोधन बिल पर विपक्ष का विरोध
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने इस बिल को असंवैधानिक और अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “यह एक संवैधानिक समस्या है, यह बिल असंवैधानिक और अन्यायपूर्ण है। यह लक्षित विधेयक है।
दोनों सदनों में बहस बहुत अच्छी रही, लेकिन सरकार अपने फैसले पर अड़ी रही।” इसके बाद, संसद ने शुक्रवार को मध्यरात्रि के बाद इस बिल को पास किया।
वक्फ संशोधन बिल 2025 का उद्देश्य
वक्फ संशोधन बिल 2025 का उद्देश्य 1995 के वक्फ अधिनियम में सुधार करना है ताकि वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन में सुधार हो सके। इस बिल में पहले से मौजूद अधिनियम की खामियों को दूर करने का प्रयास किया गया है और वक्फ बोर्ड की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा।