बंगलूरू। जेडीएस नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो मामले में कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार पर गंभीर आरोप लगाए। कुमारस्वामी ने कहा कि इस मामले में गंदी राजनीति की जा रही है।
कुमारस्वामी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘जो घटना घटी, वो नहीं होनी चाहिए थी। 21 अप्रैल को पूरे राज्य में एक पैन ड्राइव प्रसारित की गई। पुलिस अधिकारियों ने भी इस पैन ड्राइव को प्रसारित किया। इसे बंगलूरू ग्रामीण, मांड्या और हासन सीटों पर जानबूझकर प्रसारित किया गया।’
कुमारस्वामी ने सरकार पर लगाए आरोप
कुमारस्वामी ने बताया ’21 अप्रैल की रात नवीन गौड़ा नाम के एक शख्स ने प्रज्ज्वल रेवन्ना के वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए। जिसके खिलाफ हासन सीट पर प्रज्ज्वल रेवन्ना के चुनाव एजेंट पूर्णचंद्र ने हासन पुलिस में 22 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई,
जिसमें नवीन गौड़ा, कार्तिक गौड़ा, चेतन और पुर्ताराजू के खिलाफ आरोप लगाए गए, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई और 26 अप्रैल को रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि उस शिकायत को बंद कर दिया गया है।’ जेडीएस नेता ने कहा कि ‘मैं किसी का बचाव नहीं कर रहा और दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। फिर चाहे वो कोई भी हो।’
सीएम और डिप्टी सीएम पर लगाए आरोप
जेडीएस ने कहा कि ‘जब चुनाव हो रहे थे, तो कौन उन वीडियो और पैन ड्राइव को प्रसारित कर रहा था। सीएम 100 बार बोल चुके हैं कि एचडी कुमारस्वामी और जेडीएस उम्मीदवार हारेंगे।
पूर्व CM कुमारस्वामी ने कहा कि सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई, मुझे लगा कि एसआईटी मामले की निष्पक्ष जांच करेगी, लेकिन अब मुझे लगता है कि यह एसआईटी सिद्धारमैया, शिवकुमार इन्वेस्टिगेशन टीम है।’
सोमवार को भाजपा नेता देवराजे गौड़ा ने आरोप लगाया कि प्रज्ज्वल रेवन्ना मामले में कांग्रेस ने साजिश रची है और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का घटना में हाथ होने का दावा किया।
हालांकि शिवकुमार ने आरोपों को खारिज कर दिया। बंगलूरू में आज जेडीएस कार्यकर्ताओं ने राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
एचडी कुमारस्वामी ने बताया कि ‘उन्होंने कोर्ट से स्टे ऑर्डर ले लिया है, जिसके तहत मीडिया या कोई भी अश्लील वीडियो मामले में उनका या पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा का नाम नहीं ले सकेगा।’
कुमारस्वामी ने कहा ‘सरकार मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करना चाहती और वे सिर्फ एचडी रेवन्ना का चरित्र हनन करना चाहते हैं। हम राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करेंगे।’