फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण के आरोपी भूमिगत हो गए हैं। उन्होंने मोबाइल भी बंद कर लिए हैं। हालांकि एक आरोपी की लोकेशन आगरा जोन के जिले में मिल रही है। उधर, एसटीएफ विवेचना से संबंधित साक्ष्य संकलन कर रही है। पत्रावलियां उपलब्ध कराने के लिए डीसीपी हेड क्वार्टर को विवेचक ने पत्र लिखा है।
आरोप लगाया गया है कि सभी ने फर्जी तरीके से शस्त्र लाइसेंस बनवाए। जो शस्त्र चढ़वाए, उनका भी रिकाॅर्ड नहीं है। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। वह मोबाइल भी नहीं चला रहे हैं। पहले व्हाट्सएप काॅल पर बात कर रहे थे। मगर, अब व्हाट्सएप काॅल भी बंद कर दिया है।
शोभित के प्रभाव में लगाई थी चार्जशीट
फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करने वाले विशाल भारद्वाज भयतीत हैं। उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मी शोभित चतुर्वेदी और भूपेंद्र सारस्वत ऊंची पहुंच रखते हैं। आरोप लगाया कि एक प्लाॅट के विवाद में उन्होंने भूपेंद्र की पुलिस से शिकायत की थी। आरोपी के साथी शोभित चतुर्वेदी ने शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने दी। थाना सिकंदरा में उल्टा उसके खिलाफ ही धोखाधड़ी का केस दर्ज करा दिया। इस मामले में विवेचक भानु प्रताप ने चार्जशीट लगा दी, जबकि उसके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं थे।
मामले में शिकायत पर तत्कालीन अपर आयुक्त केशव चाैधरी ने जांच के निर्देश दिए। जांच रिपोर्ट के आधार पर केस के आदेश हुए। मगर, शोभित ने उसे रुकवा दिया। बाद में मामला मीडिया में आया। केस हुआ लेकिन कार्रवाई नहीं हो सकी। दोनों केस की विवेचना क्राइम ब्रांच में चल रही है।