गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान उड़ान भरते ही क्रैश हो गया। इस विमान में 242 यात्री सवार थे। एयर इंडिया का विमान लंबी दूरी की यात्रा पर जा रहा था। ऐसे में विमान के अंदर फ्यूल भी बड़े पैमाने पर था। प्लेन एयरपोर्ट परिसर के बेहद पास ही हादसे का शिकार हो गया। यह प्लेन हादसे का शिकार कैसे हुआ, इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में प्लेन के मलबे से धुआं निकलता देखा जा सकता है।
Horrendous 😑
Prayers for everyone
May God help and protect 🙏#Planecrash #AirIndia pic.twitter.com/jlpecYRbIX
— Sandeep Manudhane (@sandeep_PT) June 12, 2025
हादसे का शिकार होने के बाद प्लेन एक निर्माणाधीन इमारत पर गिरा। सिविल हॉस्पिटल के पास यह हादसा हुआ है। गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात के सीएम को फोन कर घटना पर जानकारी ली है। इस बीच एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर चुके हैं। हादसे के बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है। गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी भी हादसे का शिकार हुए प्लेन में सवार थे।
A tragic incident occurred at the BJMC hostel mess, where an Air India aircraft crashed .
Many of UG and PG residents lost their lives while having lunch at their mess.
Very sad and unfortunate incident of #planecrash ..Bhagwan shiv give strength to the victims and their… pic.twitter.com/XN4MdxYko5
— Dr.Monika Langeh (@drmonika_langeh) June 12, 2025
डीजीसीए ने क्या कहा? नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने बयान जारी कर बताया कि विमान में 242 लोग संवार थे, जिनमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू शामिल थे। विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल के पास थी और उसके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे। एयर इंडिया ने भी विमान हादसे की जानकारी देते हुए कहा कि ज्यादा जानकारी जुटाई जा रही है।
बोइंग का था विमान हादसे का शिकार हुआ विमान 11 साल पुराना था। इसका निर्माण अमेरिका की बोइंग कंपनी करती है। इस विमान में कई धातुओं का मिश्रण होता है, जिसके कारण इसका वजन बेहद कम होता है। इसी वजह से यह विमान लंबी दूरी की यात्राएं करने में सक्षम रहता है। इसके साथ ही इसकी ईंधन की खपत भी कम होती है। इसी वजह से दुनिया की हर बड़ी एयरलाइ इस विमान का इस्तेमाल करती है। इस विमान में आम तौर पर 200-300 यात्री बैठ सकते हैं और इसकी अधिकतम दूरी तय करने की सीमा 8,500 समुद्री मील तक है।