पेरिस। म्हारी छोरियां, छोरों से कम है के… ये कहावत हरियाणा में जन्मी 22 साल की मनु भाकर पर बिल्कुल फिट बैठती है। पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर ने इतिहास रच दिया हैं।
पेरिस ओलंपिक के चौथे दिन मनु भाकर और सरबजोत सिंह 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ब्रॉन्ड मेडल मैच खेलने उतरे और इन दोनों की जोड़ी ने कोरिया की ओह ये जिन और ली वोनहो की मिक्स्ड जोड़ी को हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।
मनु ने पेरिस ओलंपिक 2024 में दूसरा पदक अपने नाम कर इतिहास रच दिया। मनु भाकर किसी एक ओलंपिक एडिशन में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गईं है। उनसे पहले आज तक कई भी महिला ने ऐसा कारनामा नहीं किया। मनु ने इस दौरान 124 साल पुराने एक रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है।
मनु भाकर ने 124 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी
दरअसल, मनु भाकर से पहले 1900 ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी नॉर्मन प्रिचार्ड ने 200 मीटर फर्राटा और 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीता था, लेकिन उस वक्त ब्रिटिश शासन था।
आजादी के बाद मनु भाकर एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं। 30 जुलाई 2024 को 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत के सरबजोत सिंह के साथ मनु मैच खेलने उतरीं।
इससे पहले मनु ने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीता था। वह शूटिंग में भारत को पहला मेडल जिताने वाली निशानेबाज बन गईं थी। इसके बाद मनु ने आज भारत को एक और मेडल दिलाकर खुद को ये साबित कर दिखाया कि कोई उनका सानी नहीं है। ओलंपिक शूटिंग में अब कुल मेडल की संख्या 6 हो गई है।