ईरान। तेहरान में हमास के नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्ला खामनेई भड़क गए हैं। उन्होंने बुधवार को हानिया की हत्या के प्रतिशोध में इस्राइल पर सीधा हमला करने का आदेश दे दिया।
इससे पहले भी खामनेई इस्राइल को चेतावनी भी दे चुके हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि इस्राइल ने खुद ही अपने लिए सख्त सजा का रास्ता बनाया है। हालांकि, इस्राइल ने हानिया की हत्या की बात न तो स्वीकार की है और न ही इससे इन्कार किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आदेश की जानकारी तीन ईरानी अधिकारियों ने दी, जिसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड के दो सदस्य भी शामिल हैं। खामनेई ने बुधवार सुबह ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक ली, जिसमें उन्होंने इस्राइल पर सीधे हमले का आदेश दिया। इसके तुरंत बाद ईरान ने घोषणा की कि हानिया मारा गया है। ईरान और हमास ने इस हत्या का आरोप इस्राइल पर लगाया।
नागरिक ठिकानों पर हमलों से बचाने का रहेगा प्रयास
ईरानी अधिकारियों ने कहा, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान कितनी जोरदार प्रतिक्रिया देगा और क्या वह एक बार फिर अपने हमले को बढ़ाएगा, ताकि स्थिति और बिगड़ने से बच सके।
ईरानी सैन्य कमांडर तेल अवीव और हाइफा के आसपास के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों के एक और संयुक्त हमले पर विचार कर रहे हैं, लेकिन नागरिक ठिकानों पर हमलों से बचने का प्रयास करेंगे।
ईरान को अपनी संप्रभुता के उल्लंघन के खिलाफ बचाव का अधिकार
अधिकारियों ने कहा, सभी राज्य मामलों पर अंतिम निर्णय लेने के अधिकारी और सशस्त्र बलों के कमांडर इन चीफ खामनेई ने रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और सेन के सैन्य कमांडरों को युद्ध के विस्तार और इस्राइल या अमेरिका द्वारा ईरान पर हमला करने की स्थिति में हमले और बचाव दोनों के लिए योजना तैयार करने का निर्देश दिया।
वहीं, ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान, विदेश मंत्रालय, गार्ड्स और संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन सहित अन्य ईरानी अधिकारियों ने भी खुले तौर पर इस्राइल पर जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि ईरान को अपनी संप्रभुता के उल्लंघन के खिलाफ बचाव करने का अधिकार है।
बता दें कि बीते मंगलवार को हमास के नेता इस्माइल हानिया ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पेजेशकियान के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान में थे। समारोह में भाग लेने और ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई से मिलने के बाद हानिया की हत्या कर दी गई।
आतंकवाद का सबसे बड़ा निर्यातक रहा है ईरान: वेदांत पटेल
क्या ईरान को एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी रक्षा करने का अधिकार है? इस सवाल का जवाब देते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, ईरान एक ऐसा शासन है जो 1979 के बाद से समय-समय पर न केवल आतंकवाद का सबसे बड़ा निर्यातक रहा है। बल्कि, मौटे तौर पर इसका ट्रैक रिकॉर्ड अपने लोगों को दबाने का है।
पूरे क्षेत्र में अस्थिर करने वाली कार्रवाई को वित्त पोषित करने, बढ़ावा देने, प्रोत्साहित करने और बदनाम करने का भी है। पटेल ने कहा कि ईरान शासन पर हमारी राय और दृष्टिकोण बिल्कुल स्पष्ट है।
जब ईरान से खतरों से बचाव की बात आती है तो न केवल हम अपने सहयोगियों और साझेदारों के साथ खड़े होते हैं, बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से उचित कार्रवाई भी करते हैं।