ढाका। बांग्लादेश में पिछले महीने से जारी जानलेवा हिंसा के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
इसके साथ हसीना ने ढाका छोड़ दिया है और किसी सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। वहीं, रॉयटर्स ने बताया है कि इन खबरों के बीच प्रधानमंत्री हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं।
बहन के साथ प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास छोड़ा
शेख हसीना अपनी बहन के साथ में प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास ‘गणभवन’ छोड़कर सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। बता दें कि बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण खत्म करने को लेकर हिंसक प्रदर्शन चल रहे हैं। प्रदर्शनकारी लगातार प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की कर रहे थे। आखिरकार हसीना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
भीड़ ने कर्फ्यू तोड़ा
हजारों प्रदर्शनकारियों ने देश में लगे कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए ढाका की सड़कों पर मार्च किया और बाद में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर हमला बोल दिया। राजधानी ढाका में बख्तरबंद गाड़ियों के साथ सैनिकों और पुलिस ने शेख हसीना के कार्यालय तक जाने वाले मार्गों पर कांटेदार तार लगाकर रोक लगाई गई थी, लेकिन भीड़ सड़कों पर उतर आई और अवरोधकों को तोड़ दिया।
अंतरिम सरकार का गठन होगा- सेना प्रमुख
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने ढाका में प्रेस कॉफ्रेंस की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही देश को चलाने के लिए अंतरिम सरकार का गठन होगा।”
देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं
सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने कहा कि देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं, आज रात तक आए संकट का समाधान निकाल लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। छात्रों से अनुरोध है कि वे शांत रहें और घर वापस जाएं।
बांग्लादेश में लगा अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू
प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच भड़की हिंसा में अब तक 14 पुलिसकर्मियों समेत करीब 300 लोगों की जान चली गई है। हिंसा में हजारों लोग घायल हुए हैं। बांग्लादेश में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि पूरे देश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।