मुंबई। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने का मामला लगातार जोर पकड़ता जा रहा है। अब इस मुद्दे को लेकर बुधवार को शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे और भाजपा नेता नारायण राणे के समर्थक भिड़ गए।
दरअसल दोनों नेताओं के समर्थक सिंधुदुर्ग में उस जगह पहुंचे थे, जहां शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई थी। वहीं पर दोनों पार्टियों के समर्थक भिड़ गए और दोनों तरफ से जमकर धक्का मुक्की हुई।
आदित्य ठाकरे और नारायण राणे के समर्थकों में हुई भिड़ंत
बुधवार को शिवसेना यूबीटी के नेता और राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सिंधुदुर्ग में स्थित राजकोट किले का दौरा किया और जहां प्रतिमा गिरी, वहां स्थिति का जायजा लिया। जब आदित्य ठाकरे किले में थे, तभी रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट के सांसद नारायण राणे भी अपने समर्थकों के साथ किले पहुंच गए।
इस दौरान नारायण राणे के बड़े बेटे और पूर्व सांसद नीलेश राणे भी साथ थे। आदित्य ठाकरे के किले के भीतर जाने की इजाजत देने को लेकर नारायण राणे और नीलेश राणे पुलिस से बहस करते देखे गए। जल्द ही आदित्य ठाकरे और नारायण राणे के समर्थक भिड़ गए। इससे तनाव फैल गया और पुलिसकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से हालात को नियंत्रित किया।
प्रतिमा ढहने के मुद्दे पर हुआ हंगामा
समर्थकों की भिड़ंत पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि ऐसी जगह पर हंगामा किया गया। मैंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह राजनीति में न पड़ें। गौरतलब है कि सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में बीते साल 4 दिसंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था। यह प्रतिमा सोमवार को ढह गई।
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिर जाने के चलते राज्य की राजनीति गरमा गई। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेर लिया है। विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी इस मुद्दे पर सीएम एकनाथ शिंदे का इस्तीफा मांग रहा है।