भागलपुर। बिहार सरकार मे श्रम संसाधन मंत्री व भागलपुर जिला प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि लालू-राबड़ी के शासन में जाति व जेब देखकर अधिकारियों की पोस्टिंग होती थी।
उन्होंने विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए बयान के जवाब में कहा कि उनको कुछ भी कहने के पहले अपने पूर्वजों के शासनकाल का ध्यान रखना चाहिए। उनके पूर्वजों के शासनकाल में विधायकों की हत्या होती थी। आईएएस की पत्नी के साथ दुष्कर्म होता था।
‘डर से आईएएस अधिकारी मुंह तक नहीं खोलते थे’
उन्होंने कहा कि एक आईएएस की पत्नी के साथ तत्कालीन विधायक हेमलता का बेटा दो वर्षों तक दुष्कर्म करता रहा। डर से आईएएस अधिकारी मुंह तक नहीं खोल रहे थे।
उस समय समय वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने मीडिया के माध्यम मामले को उठाया था। तब पूरे विश्व को जानकारी मिली थी। तब विधायक का बेटा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
‘लालू अधिकारी से खैनी रगड़वाते थे’
मंत्री ने कहा कि लालू प्रसाद अधिकारी से खैनी रगड़वाते थे। वर्दी को गंदा करने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि यह तो वही बात हुई जब कोई शराबी मद्य निषेध पर प्रवचन दे रहा हो।
लालू-राबड़ी के शासनकाल में विधायक अजीत सरकार, देवेंद्र दुबे, बृज बिहारी प्रसाद, छोटन शुक्ला की हत्या हुई थी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को कुछ भी कहने के पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। अभी पूरी पारदर्शिता के साथ अधिकारियों का ट्रांसफर किया जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा था?
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारी पुलिस सेवा के अधिकारियों को दबाकर रखना चाहते हैं। यही वजह है कि अच्छे अधिकारी बिहार में रहना नहीं चाहते।
तेजस्वी ने कहा था कि सभी को मालूम है कि डीजीपी की ताकत सीआईएसएफ के डीजी से कहीं ज्यादा है, लेकिन भट्टी अपना पद छोड़कर वहां जा रहे हैं। इसमें कोई न कोई बात तो होगी ही। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से असफल हो चुकी है।