अलीगढ़ में थाना क्वार्सी के बेगपुर इलाके में तीन साल पहले हुई शफीक की हत्या के मामले में उसकी पत्नी जूली सहित पांच दोषियों को उम्रकैद की सजा से दंडित किया गया है। यह निर्णय एडीजे छह नवल किशोर सिंह की अदालत ने सुनाया है। शराब पीने पर हुए विवाद में घटना हुई थी और बेटी का बयान कोर्ट में सजा का आधार बना है।
अभियोजन पक्ष के अनुसार ये घटना 12 मई 2022 की है। वादी मुकदमा बेगपुर की गली नंबर तीन निवासी फरीद ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में उन्होंने कहा था कि उनके बड़े भाई शफीक ने घटना से 12 वर्ष पहले परिवार के विरोध के बावजूद मोहल्ले की जूली से प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद वह उसी के घर में रहने लगे। उनके एक बेटी और एक बेटा भी हुआ।
फरीद ने बताया था कि घटना वाली शाम शफीक गायब हो गए और 14 मई की सुबह उनका शव बन्नादेवी के भमौला बाईपास इलाके में पोखर के पास कंबल में लिपटा मिला। उन्होंने शफीक की पत्नी जूली, दो साले नन्नू उर्फ इरशाद, शाहरुख, साली शमा व सास मुन्नी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेजकर चार्जशीट दायर की।
सत्र परीक्षण में साक्ष्यों व गवाही के आधार पर न्यायालय ने पांचों को आजीवन कारावास से दंडित किया है। साथ में जूली, नन्नू, मुन्नी पर 40-40 हजार, शाहरुख, शमा को 45-45 हजार रुपये के अर्थदंड से भी दंडित किया है। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि अर्थदंड की रकम बैंक में जमा की जाए, जिसे बाद में बच्चों के बालिग होने पर उन्हें दिया जाए। दोनों बच्चे वर्तमान में अपने चाचा के पास रह रहे हैं।
मां ने डराकर रखा, बेटी ने पुलिस के सामने तोड़ी चुप्पी
इस मामले में केस डायरी में विवेचक ने उल्लेख किया कि जब वह जूली के घर पहुंचे। तब शाहरुख को छोड़कर बाकी सभी आरोपी वहां थे। बेटा और बेटी भी थे। पूछताछ में पुलिस ने सभी से बरगलाया, लेकिन बेटी (11) शिफा से अकेले में पूछताछ की गई तो उसने सच बता दिया। उसने बताया कि मां ने उसे डराकर रखा हुआ है। सच ये हैं कि पापा शराब के नशे में आए थे और मां से झगड़ा कर रहे थे। बेटे को भी पीटा और मां पर चाकू से हमला किया। वह मां का धक्का लगने से गिर गए। इसके बाद उन्हें गला दबाकर मार दिया। दो दिन तक शव घर में रखा गया। दुर्गंध आने पर 14 मई की तड़के नानी व मासी शव को टिर्री में लादकर ले गईं। पोखर के पास फेंक आईं। इसके बाद पत्नी टूट गई। उसने नशे के विवाद में झगड़ा होने हत्या की बात स्वीकार कर ली।