अब अलीगढ़ की धरती पर डिफेंस कॉरिडोर पार्ट-2 तैयार हो गया है। यहां गोला-बारूद बनाने वाली 40 इकाइयां लगेंगी। इसके लिए 87.888 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। भूमि अधिग्रहण का काम पूरा होते ही यहां मूलभूत ढांचे के विकास के लिए भी बजट जारी कर दिया गया। अब नक्शा बनाकर उद्यमियों से इकाई लगाने के लिए प्लॉट आवंटन के लिए आवेदन मांगे गए हैं।
यूपीडा ने लखनऊ स्तर पर डिफेंस कॉरिडोर विस्तार क्षेत्र के लिए प्लाट आवंटन प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके लिए आवेदन मांगे हैं। यह जानकारी सभी उद्योग संघों को भी दे दी गई है, जो भी इच्छुक व्यक्ति वहां प्लाट लेना चाहें साइट पर या लखनऊ जाकर आवेदन कर सकते हैं।-बीरेंद्र सिंह, संयुक्त आयुक्त उद्योग
यह भी जानना है जरूरी
धनीपुर एयरपोर्ट के पास में हो रहा विकसित
प्लाट आवंटन की प्रक्रिया शुरू
जसरथपुर व जुलूपुर सिहोर गांव के बाहर खरीदी गई है यह भूमि
88 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण कर किया जा रहा है नोड का विस्तार
ये है साइट का नक्शा
-87.888 हेक्टेयर भूमि की गई अधिग्रहित
-9 हेक्टेयर भूमि पर बनाई जा रहीं सडक़ें
-18.8 हेक्टेयर में भूमि कॉमन ग्रीन एरिया
-3.6 हेक्टेयर में सर्विस-कॉमन सुविधाएं
-56.5 हेक्टेयर में 40 प्लाट आवंटन होंगे
ये हैं प्लॉट
5-5 हेक्टेयर के 4
2-2 हेक्टेयर के 9,
1-1 हेक्टेयर के 10
0.5-0.5 हेक्टेयर के 17 प्लॉट
स्टांप ड्यूटी में 100 फीसदी छूट से होगा आवंटन, रेट तय
एयरपोर्ट से महज 3 किमी दूरी पर विकसित डिफेंस कॉरिडोर पार्ट-2 के लिए शासन ने प्लाट रेट भी तय कर दिए हैं। यहां के लिए यूपीडा ने 4005 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर के अनुसार दर तय की है। साथ में इसमें स्टांप ड्यूटी में 100 फीसदी की छूट तय की गई है। इसमें निवेश मित्र पोर्टल पर आवेदन के जरिये आवंटन होगा व एंकर यूनिटों को 25 फीसदी का अतिरिक्त लाभ दिया जाएगा।
बॉटलिंग प्लांट की पाबंदी से हुआ ये विस्तार
डिफेंस कॉरिडोर पार्ट-1 अंडला नोड चूंकि आईओसीएल के बॉटलिंग प्लांट के पास है। इसलिए वहां बारूदी उत्पाद बनाने वाली यूनिट लगाने पर आईओसीएल ने पाबंदी लगा दी थी। इस वजह से वहां बिना बारूद वाले सिर्फ डिफेंस उत्पाद बनाने वाली इकाइयां लग रही हैं। दूसरी बात ये कि अब वहां भूमि खाली नहीं है। इधर, एयरपोर्ट के पास दिल्ली-कानपुर-आगरा हाईवे से जोड़ते हुए यातायात के सुगम साधन को ध्यान में रखकर इसका विस्तार इस क्षेत्र में किया गया है।
डिफेंस कॉरिडोर पार्ट-1 में ये बन रहा अभी
अंडला पर विकसित हुए डिफेंस कॉरिडोर पार्ट-1 में कुल 20 इकाइयों के लिए प्लॉट आवंटित हुए हैं। इसमें से कॉरिडोर परिसर मेंं अभी तक इसरो को सैटेलाइट मार्किंग देने की एक यूनिट व दूसरी रिवाल्वर-पिस्टल बनाने वाली यूनिट शुरू हुई है। तीन अन्य यूनिटों का निर्माण तेजी से हो रहा है। जो इस वर्ष वहां अपने काम शुरू कर देंगी। इनमें ड्रोन, माइंस, फाइटर प्लेन, ग्रेनेड, हथियार आदि में लगने वाले हार्डवेयर उपकरण, बुलेट प्रूफ जैकेट आदि बनाने जा रहे हैं।