बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के भाई और परिवार की जमीन नीलाम हो गई। 13 बीघा यह जमीन एक करोड़ 38 लाख 16 हजार रुपये में नीलाम हुई है। इसका आधार मूल्य 39 लाख 16 हजार रुपये रखा गया था।
कोताना गांव में मौजूद यह जमीन शत्रु संपत्ति थी। नीलामी का पैसा केंद्रीय मंत्रालय के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक विभाग के खाते में जमा होगा। परवेश मुशर्रफ के पिता और मां दिल्ली जाने से पहले यहीं रहते थे। यह परवेज मुर्शरफ के परिवार की उत्तर प्रदेश में आखिरी जमीन थी।
बड़ौत की एसडीएम अमर वर्मा ने बताया कि यह जमीन कोताना गांव की बस्ती से एक किलोमीटर दूर है। परवेज मुशर्रफ से इसका सीधा नाता नहीं है पर यह उनके परिवार की ही जमीन है।
परवेज मुशर्रफ की मां बेगम जरीन और पिता मुशर्रफुद्दीन कोताना गांव के रहने वाले थे। 1943 में दोनों दिल्ली जाकर रहने लगे थे। दिल्ली में परवेज मुशर्रफ और उनके भाई जावेद मुशर्रफ का जन्म हुआ था। बंटवारे के बाद 1947 में परवेज मुशर्रफ का परिवार पाकिस्तान में बस गया।
15 साल पहले घोषित हो गई शत्रु संपत्ति
परवेज मुशर्रफ के भाई जावेद और परिवार के अन्य सदस्यों की जमीन 15 साल पहले शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज हो गई थी। बताया जा रहा है कि प्रशासन पिछले कई सालों से इस जमीन को स्थानीय लोगों को तीन-तीन साल के पट्टे पर दे रहा था। ग्रामीण यहां गेहूं और धान की खेती किया करते थे। पिछले साल इस जमीन को पट्टे पर नहीं दिया गया।