महसी (बहराइच)। बहराइच के कछार में आतंक का पर्याय बना एक और आदमखोर भेड़िया मंगलवार की सुबह वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। उसके पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। दो मादा व दो नर भेड़िया पहले पकड़े जा चुके हैं।
बीते मार्च माह से हरदी थाना के मक्कापुरवा, औराही जगीर, कोलैला, नथुवापुर, बड़रिया, नकवा, नयापुरवा समेत आसपास के गांवों में भेड़िए ने कई हमले किए। आठ मासूमों समेत दस लोगों को अपना शिकार बनाया। 37 से अधिक लोग घायल हुए। चार पिंजरे, आठ थर्मोसेंसर कैमरे लगाए गए। थर्मल ड्रोन से निगरानी शुरू की।
अब तक पकड़े गए पांच भेड़िए
बीते दिनों चार भेड़िए पकड़े गए। कुनबे के अन्य भेड़िए चकमा देकर वहां से भाग निकले। वन विभाग ने फिर से उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया। आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार की सुबह मादा भेड़िया सिसैया चूरामणि के हरिबक्स पुरवा के निकट लगे वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गई।
वनकर्मी उसे रेंज कार्यालय ले गए। भेड़िए के पकड़े जाने के बाद वन कर्मियों व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह का कहना है कि पांच भेड़िए पकड़े जा चुके हैं। अन्य भेड़ियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
वन विभाग की 25 टीमें कर रहीं कांबिंग
वन विभाग की 25 टीमें कांबिंग कर रही हैं। 200 पुलिस व पीएसी के जवान सुरक्षा में तैनात हैं। पंचायत व विकास विभाग की 110 टीमें रात में आठ बजे से सुबह पांच बजे तक रखवाली करती है। 11 जिला स्तरीय नोडल अधिकारी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं।