मुंबई। इस साल के अंत में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए राज्य के दो गठबंधनों महाविकास अघाड़ी (MVA) और सत्तारूढ़ महायुति ने पूरा जोर लगा दिया है। सभी राजनीतिक दलों ने नेता राज्य में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन होगा और इसका असर केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की स्थिरता पर भी पड़ेगा।
एक साक्षात्कार में कांग्रेस नेता ने दावा किया कि इन दोनों राज्य (महाराष्ट्र और हरियाणा) में सरकार बदलने से नरेंद्र मोदी की गठबंधन सरकार की स्थिरता पर सीधा असर पड़ेगा जो चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार के समर्थन पर टिकी है।
विधानसभा चुनाव के बाद केंद्र में बदल सकता है समीकरण
मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर विपक्ष के महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में ‘तनाव’ पर उन्होंने कहा कि अब तक फॉर्मूला यह रहा है कि सबसे अधिक सीटों वाली पार्टी को पद मिलता है। चव्हाण ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र में महिलाएं केवल ‘लड़की बहिण’ योजना के कारण भाजपा को वोट नहीं देंगी।
विधानसभा चुनावों में MVA बेहतर प्रदर्शन करेगी
अपने गृह राज्य में राजनीतिक स्थिति के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र ने कभी भी उस तरह की खंडित राजनीति नहीं देखी है जो अब प्रचलित है।
उन्होंने आगे कहा “लोकसभा चुनावों में MVA ने 48 में से 65 प्रतिशत सीटें जीतीं, जिसका मतलब है कि गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 183 सीटें जीती हैं। विधानसभा चुनावों में हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे। केंद्र सरकार ने महंगाई, बेरोजगारी, किसान संकट, भ्रष्टाचार पर कोई ध्यान नहीं दिया है।
चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) का MVA गठबंधन भ्रष्टाचार को मिटाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
वित्तीय सहायता महिलाओं का अधिकार
राज्य कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति के प्रमुख चव्हाण ने कहा कि पार्टी एक “गारंटी कार्ड” लाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, वित्तीय सहायता महिलाओं का अधिकार है।
उन्होंने कहा, “इसे मुफ्तखोरी नहीं माना जा सकता। यह परिवारों की देखभाल और अगली पीढ़ी के पालन-पोषण के लिए महिलाओं द्वारा किया जाने वाला अवैतनिक काम है।”
बता दें कि सत्तारूढ़ महायुति दावा कर रही है कि उसकी ‘लड़की बहिण योजना’ जिसके तहत महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये का भुगतान किया जाता है, आने वाले चुनावों में गेमचेंजर साबित होगी।
शिंदे सरकार जवाबदेही से बच नहीं सकती
चव्हाण ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है, और इसलिए उसके पास लड़की बहिण योजना के अलावा देने के लिए कुछ भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार बदलापुर मामले (जहां स्कूल में दो किंडरगार्टन लड़कियों का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था) या शिवाजी महाराज की मूर्ति के संबंध में भ्रष्टाचार, किसानों की आत्महत्या और बेरोजगार शिक्षित युवाओं की समस्याओं में जवाबदेही से बच नहीं सकती है।