गाजियाबाद। हापुड़ की एक किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में डासना जेल में बंद एक बंदी का शव मंगलवार रात को जेल के विद्युत कक्ष में फंदे पर लटका मिला। इसका पता रात आठ बजे जब बैरक में बंद बंदियों की गिनती की गई तो एक बंदी कम मिलने के बाद चला। उसकी तलाश की गई तो वह विद्युत कक्ष में फंदे पर लटका मिला।
दो पन्ने का मिला सुसाइड नोट
मौके पर दो पन्ने का एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें एक पन्ने पर अपनी मां से सॉरी कहते हुए दुष्कर्म पीड़िता के स्वजन को उसने अपनी मौत का कसूरवार बताया है। उधर, मृतक के पिता ने जेल में बेटे से जबरन ड्यूटी करवाने और मना करने पर मारपीट करने और रुपये मांगने का आरोप लगाया है।
तीन लाख रुपये की मांगी गई थी रिश्वत
उनका आरोप है कि उनके बेटे को जेल न भेजने की एवज में तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी, इसमें से दो लाख रुपये पीड़िता की मां और एक लाख रुपये दारोगा लेने वाले थे, लेकिन वह रुपये न दे सके तो उनके बेटे को जेल भेज दिया गया था। मृतक की पहचान बुलंदशहर के नरसेना में रहने वाले शिवम राजपूत के रूप में हुई है।
डेयरी पर काम करते हैं पिता
हापुड़ में उसके पिता सुंदर एक डेयरी पर काम करते हैं। वहां पर छह माह पहले वह 20 दिन के लिए रहने गया तब किशोरी के संपर्क में आया और दोनों के बीच फोन पर बातचीत शुरू हो गई थी।
एक बार शिवम से फोन पर बात करते हुए किशोरी को उन्होंने पकड़ लिया और उसकी मां से शिकायत कर बात करने से रोकने के लिए कहा। इसके बाद भी दोनों की बातचीत बंद नहीं हुई।
किशोरी ने फोन कर शिवम को बुलाया था पिलखुवा
उनका आरोप है कि नौ सितंबर को किशोरी ने फोन कर शिवम को मिलने के लिए पिलखुवा में बुलाया था, इसके बाद किशोरी से दुष्कर्म की शिकायत मिलने पर पुलिस ने शिवम को पकड़ लिया। 10 सितंबर को उसे डासना जेल भेजा गया था।
14 सितंबर को उन्होंने आखिरी बार शिवम से जेल में मुलाकात की थी, इसके बाद मंगलवार दोपहर जेल के लैंडलाइन फोन से शिवम ने पिता को फोन कर 23 सितंबर को तारीख पर मिलने न आने की बात पूछी, उन्होंने बताया कि तारीख की जानकारी नहीं थी।
घर से मंगाए थे पांच हजार रुपये
जमानत याचिका पर बहस के लिए 25 सितंबर की तारीख का पता है, इसलिए वह 25 सितंबर को आने वाले थे। शिवम ने फोन पर जेल में काम करवाने और मना करने पर मारपीट का आरोप लगाया था, उसने 25 सितंबर को मुलाकात के वक्त पांच हजार रुपये लेकर आने के लिए पिता से कहा था। वह मुलाकात करने के लिए जाते, इससे पहले ही शिवम की मौत की सूचना उनको प्राप्त हुई।
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि जेल में शिवम साढ़े पांच बजे काम खत्म कर बैरक में आया था, रात आठ बजे जब बंदियों की गिनती हुई तो वह नहीं मिला। तलाश की गई तो फंदे पर उसका शव लटका मिला।
डीसीपी, ग्रामीण जोन एसएन तिवारी ने कहा जेल में सुसाइड की सूचना पर मौके पर जाकर पुलिस टीम के साथ जांच पड़ताल की गई है। जेल में लगे सीसीटीवी की इलेक्ट्रोनिक फुटेज खंगाली जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने से शिवम की मौत की सही वजह का पता चल सकेगा।